पेरिस पैरालंपिक में 84 खिलाड़ियों के साथ जाएंगे 95 अधिकारी, खेलों की शुरुआत 28 अगस्त से

Paris Paralympics: पेरिस पैरालंपिक में 84 खिलाड़ियों के साथ जाएंगे 95 अधिकारी, खेलों की शुरुआत 28 अगस्त से

पेरिस पैरालंपिक में 84 खिलाड़ियों के साथ जाएंगे 95 अधिकारी, खेलों की शुरुआत 28 अगस्त से

पेरिस पैरालंपिक 2024


पेरिस पैरालंपिक 2024 खेलों के लिए भारतीय दल पूरी तैयारी के साथ तैयार है। इस बार 84 खिलाड़ी और 95 अधिकारियों का एक बड़ा दल 28 अगस्त से पेरिस के लिए रवाना होगा। यह आयोजन भारतीय खेल जगत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां देश के प्रतिभाशाली पैरा-एथलीट्स ने विश्व मंच पर अपने कौशल और जज्बे का प्रदर्शन करने का संकल्प लिया है।


भारतीय पैरा-एथलीट्स

भारत पेरिस पैरालंपिक (28 अगस्त से आठ सितंबर) में 84 खिलाड़ियों का अपना अब तक का सबसे बड़ा दल भेज रहा है जो 12 खेलों में हिस्सा लेंगे। 2021 में हुए टोक्यो पैरालंपिक में भारत के 54 खिलाड़ियों ने नौ खेलो में हिस्सा लिया था।


भारत की 84 सदस्यीय टीम 28 अगस्त से शुरू हो रहे पेरिस पैरालंपिक में हिस्सा लेगी जिसमें उनके साथ 95 अधिकारी भी जाएंगे। इनमें खिलाड़ियों की विशेष जरूरतों को देखते हुए उनके साथ जाने वाले निजी कोच और सहायक भी शामिल हैं। 

पेरिस पैरालंपिक 2024 का महत्व

पेरिस पैरालंपिक 2024 भारत के लिए कई कारणों से खास है। यह पैरालंपिक इतिहास का 17वां संस्करण होगा, जिसमें दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ पैरा-एथलीट्स शारीरिक बाधाओं को पार करके अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करेंगे।

इस तरह भारत के दल में कुल 179 सदस्य शामिल हैं। इन 95 अधिकारियों में से 77 टीम अधिकारी, नौ दल के चिकित्सा अधिकारी और नौ अन्य दल अधिकारी शामिल हैं।

Paris Paralympics: पेरिस पैरालंपिक में 84 खिलाड़ियों के साथ जाएंगे 95 अधिकारी, खेलों की शुरुआत 28 अगस्त से


पेरिस पैरालंपिक में भारतीय दल की तैयारी

भारत से पेरिस जाने वाले 84 खिलाड़ियों में से कई एथलीट्स ने पिछले ओलंपिक्स में शानदार प्रदर्शन किया था। इनमें अवनी लेखारा, सुमित अंतिल, और देवेंद्र झाझरिया जैसे नाम शामिल हैं, जिन्होंने इतिहास रचा है। इस बार 95 अधिकारी भी खिलाड़ियों के साथ जा रहे हैं, जो इस बात का प्रमाण है कि खिलाड़ियों की मानसिक और शारीरिक तैयारी के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

भारत पेरिस पैरालंपिक (28 अगस्त से आठ सितंबर) में 84 खिलाड़ियों का अपना अब तक का सबसे बड़ा दल भेज रहा है जो 12 खेलों में हिस्सा लेंगे। 2021 में हुए टोक्यो पैरालंपिक में भारत के 54 खिलाड़ियों ने नौ खेलो में हिस्सा लिया था। 

प्रमुख खेल और प्रतियोगिताएं

भारतीय एथलीट्स विभिन्न खेलों में हिस्सा लेंगे, जैसे एथलेटिक्स, तैराकी, तीरंदाजी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस आदि। इनमें से एथलेटिक्स और तीरंदाजी में भारत के पास मेडल जीतने की प्रबल संभावनाएं हैं। पेरिस पैरालंपिक में इस बार कुल 22 खेल होंगे, जिनमें 540 इवेंट्स आयोजित किए जाएंगे।

मंत्रालय ने दल को स्वीकृति देते हुए कहा, 'कुछ पैरा खिलाड़ियों की विशेष जरूरतों को ध्यान में रखते हुए दल में निजी कोचों को शामिल किया गया है। हालांकि वे मिशन प्रमुख/टीम के मुख्य कोच के निर्देशों के अनुसार अन्य खिलाड़ियों को भी आवश्यक सेवाएं प्रदान करेंगे।'

सपोर्ट स्टाफ की भूमिका

खिलाड़ियों के साथ 95 अधिकारियों का दल उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए जा रहा है। इसमें कोच, फिजियोथेरेपिस्ट, डॉक्टर, और मैनेजमेंट टीम शामिल हैं। इनका उद्देश्य खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ माहौल और संसाधन उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपने खेल में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।

पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत की उम्मीदें

उन्होंने कहा, 'मिशन प्रमुख और पैरा बैडमिंटन के लिए एक टीम मैनेजर को छोड़कर पूरे दल (खिलाड़ियों, दल के अधिकारियों, कोच) की भागीदारी का खर्च सरकार उठाएगी।' भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल और निशानेबाज अवनि लेखरा उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें निजी कोच मिलेंगे। ये दोनों टोक्यो पैरालंपिक में अपना स्वर्ण पदक बचाने की कोशिश करेंगे। पैरा एथलेटिक्स टीम 38 प्रतिभागियों के साथ भारत की सबसे बड़ी टीम है। इसमें सबसे अधिक संख्या में निजी कोच और सहायक कर्मी भी शामिल हैं।

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पैरालंपिक खेलों में भारत

मिशन प्रमुख और पैरा बैडमिंटन टीम के मैनेजर को छोड़कर दल के सभी सदस्यों को खेलों के दौरान ठहरने की आवश्यक और वास्तविक अवधि के अनुसार 50 अमेरिकी डॉलर प्रतिदिन का भत्ता मिलेगा जिसमें अनुकूलन और प्रशिक्षण अवधि के अलावा दो दिन की आने-जाने की यात्रा का समय भी शामिल होगा। कुछ अधिकारी खेल गांव के बाहर रहेंगे।

भारतीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष देवेंद्र झझारिया और मिशन प्रमुख सत्य प्रकाश सांगवान सहित एक बड़ा दल रविवार को पेरिस के लिए रवाना हुआ। झझारिया ने शनिवार को पीटीआई को बताया कि वह ‘सभी खिलाड़ियों का ध्यान रखने के लिए’ खेल गांव के बाहर रहेंगे क्योंकि कुछ खिलाड़ी पेरिस के बाहर प्रतिस्पर्धा करेंगे। भारत ने 2021 में टोक्यो पैरालंपिक में 19 पदक (पांच स्वर्ण, आठ रजत, छह कांस्य) जीते थे जो उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

पेरिस पैरालंपिक पदक की उम्मीदें

पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत का प्रदर्शन देश के खेल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। 84 खिलाड़ियों का दल और 95 अधिकारियों की टीम यह सुनिश्चित करेगी कि भारत की चुनौती विश्व स्तर पर सफल हो। सभी भारतीय खेल प्रेमी इस उम्मीद में हैं कि हमारे पैरा-एथलीट्स इस आयोजन में इतिहास रचेंगे और मेडल तालिका में भारत का नाम ऊंचा करेंगे।

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Paris Paralympics 2024|पैरालंपिक में हिस्सा लेने के लिए पेरिस रवाना हुआ भारतीय निशानेबाजी दल, नरवाल को बेहतर करने की आस


पैरालंपिक खेल 2020 में निशानेबाजी में भारत के लिए स्वर्ण पदक किसने जीता ?

पैरालंपिक खेल 2020 में निशानेबाजी (शूटिंग) में भारत के लिए स्वर्ण पदक मनीष नरवाल ने जीता था। उन्होंने P4 - मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल SH1 इवेंट में 218.2 के स्कोर के साथ यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी।

पैरा ओलंपिक महिला में ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला खिलाड़ी का नाम ?

पैरा ओलंपिक खेलों में ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला खिलाड़ी का नाम मारीया लिसोत्स्का (Mariia Lysenko) है। उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में महिलाओं की ऊंची कूद T63 इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था।

पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय कौन थे ?

पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुरलीकांत पेटकर थे। उन्होंने 1972 के हीडलबर्ग पैरालंपिक खेलों में तैराकी (स्विमिंग) की 50 मीटर फ़्रीस्टाइल इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था।

पैरालंपिक खेल कितने प्रकार के होते हैं?

पैरालंपिक खेल मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं: ग्रीष्मकालीन पैरालंपिक खेल (Summer Paralympic Games): यह ग्रीष्मकाल में आयोजित होते हैं और विभिन्न प्रकार के खेल शामिल होते हैं जैसे एथलेटिक्स, तैराकी, साइक्लिंग, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल आदि। शीतकालीन पैरालंपिक खेल (Winter Paralympic Games): यह शीतकाल में आयोजित होते हैं और इसमें स्नोबोर्डिंग, स्कीइंग, आइस हॉकी जैसे बर्फ आधारित खेल शामिल होते हैं। दोनों ही खेलों का आयोजन हर चार साल में किया जाता है, जैसे ओलंपिक खेलों का होता है।

पहला पैरालंपिक कब हुआ था?

1960 में पैरालंपिक खेलों की शुरुआत के बाद से इसके 12 संस्करणों में भाग लेते हुए, भारत ने 10 स्वर्ण, 13 रजत और 13 कांस्य सहित 3 पदक जीते हैं। इनमें से आधे से ज्यादा पदक टोक्यो 2020 में जीते गए हैं। आइए एक नज़र डालते हैं उन भारतीय एथलीटों पर, जिन्होंने पैरालंपिक खेलों में पदक हासिल किए हैं।

पैरालिंपिक में कितने खेल होते हैं?

वर्तमान में आईपीसी द्वारा 28 पैरालंपिक खेलों को मंजूरी दी गई है: 22 ग्रीष्मकालीन और छह शीतकालीन । पैरालंपिक का दर्जा पाने वाले दो सबसे नए खेल बैडमिंटन और ताइक्वांडो हैं, जिन्होंने टोक्यो 2020 खेलों में अपनी शुरुआत की।

पैरा ओलंपिक में भारत ने कितने पदक जीते ?

भारत ने पैरालंपिक खेलों में 57 पदक जीते हैं, जिसमें 15 स्वर्ण, 21 रजत और 21 कांस्य पदक शामिल हैं।

भारत के पहले पैरा ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी का नाम क्या है?

पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भावना पटेल और तीरंदाज हरविंदर सिंह, जिन्होंने अपने-अपने डिस्पिलिन में भारत के लिए पहला पैरालंपिक पदक जीता, वह अपने दूसरे पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। टोक्यो 2020 भारत का सबसे सफल पैरालंपिक खेल था, जिसमें देश ने पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य सहित 19 पदक जीते।

ओलंपिक में व्यक्तिगत पदक जीतने वाला पहला भारतीय कौन था?

अटलांटा ओलंपिक 1996 में भारत के लिएंडर पेस ने टेनिस के मेंस सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल था। वह भारत के लिए टेनिस में मेडल जीतने वाले इकलौते प्लेयर हैं। पेस से पहले व्यक्ति स्पर्धा में ओलंपिक में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय केडी जाधव थे।

निशानेबाजी में भारत के लिए पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक किसने जीता?

अभिनव अपजीत बिंद्रा ओएलवाई (जन्म 28 सितंबर 1982) एक भारतीय ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता, सेवानिवृत्त खेल निशानेबाज और व्यवसायी हैं। वह व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले और केवल तीन भारतीयों में से एक हैं।

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