दुबई में एक भव्य उद्घाटन समारोह में द गोल्डन कृष्णा प्रदर्शनी का अनावरण

दुबई में भव्य उद्घाटन समारोह में "द गोल्डन कृष्णा" प्रदर्शनी का अनावरण / आयोजन हुआ 

31 मई 2024 को प्रसिद्ध भारतीय कलाकार कृष्ण कन्हाई ने एक भव्य उद्घाटन समारोह में अपने नवीनतम संग्रह, "द गोल्डन कृष्णा" का अनावरण किया।
प्रदर्शनी में भगवान कृष्ण पर केंद्रित कन्हाई की उत्कृष्ट नई कृतियां प्रदर्शित की गई।
प्रदर्शनी 2 जून 2024 तक दुबई में चली।
दुबई में एक भव्य उद्घाटन समारोह में द गोल्डन कृष्णा प्रदर्शनी का अनावरण
कृष्णा कन्हाई की 'द गोल्डन कृष्णा' प्रदर्शनी दुबई में शुरू हुई 

कृष्णा कन्हाई की 'द गोल्डन कृष्णा' प्रदर्शनी दुबई में शुरू हुई 

कृष्णा कन्हाई की एक महत्वपूर्ण पहल, भारतीय कला और संस्कृति को दुनिया भर में दिखाने के लिए दुबई में हाल ही में शुरू हुई 'गोल्डन कृष्णा' प्रदर्शनी। यह प्रदर्शनी भारतीय कला के महान चित्रकारों में से एक, कन्हाई कला शैली के संस्थापक और प्रसिद्ध कलाकार कृष्णा कन्हाई की नवीनतम कृतियाँ प्रस्तुत करती है। 

'द गोल्डन कृष्णा' का लक्ष्य भारतीय भगवान कृष्ण की विशिष्ट, आधुनिक तस्वीर को सुनहरे रंगों में प्रस्तुत करना है।

31 मई को एक भव्य उद्घाटन समारोह में प्रसिद्ध भारतीय कलाकार कृष्ण कन्हाई ने अपने नवीनतम संग्रह, "द गोल्डन कृष्णा" का अनावरण किया। भगवान कृष्ण पर केंद्रित कन्हाई की बेहतरीन नई कलाकृतियाँ प्रदर्शनी में दिखाई दी गई हैं।

प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण तिरुपति बालाजी की एक सुंदर, त्रिआयामी पेंटिंग है, जो 5 फीट × 8 फीट है और 24 कैरेट सोने से सावधानीपूर्वक बनाई गई है। यह अद्भुत कृति कन्हाई की विशिष्ट शैली का प्रतिनिधित्व करती है, जो दुनिया भर के कला प्रेमियों को आकर्षित करती है। 

पृष्ठभूमि

कृष्णा कन्हाई के पिता, स्वर्गीय पं. रामगोपाल विजयवर्गीय, जो राधा-कृष्ण की पारंपरिक चित्रकला के लिए प्रसिद्ध थे, ने कन्हाई कला शैली की शुरुआत की। उन्होंने इस कला को एक विशिष्ट पहचान दी, जिसमें आधुनिकता और भारतीय परंपरा का सामंजस्य दिखता है। मुगल मिनिएचर और टेंपरा आर्ट से प्रेरित कन्हाई परिवार की कला, जो भारत की सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत करती है।

पद्मश्री से सम्मानित कन्हाई ने संयुक्त राज्य अमेरिका, फिलीपींस और हांगकांग जैसे बड़े शहर में प्रदर्शनियाँ दी हैं। दुबई के उत्साही लोगों को अब उनकी कला का अनूठा मिश्रण देखने का मौका मिल गया है जो कृष्ण के दिव्य सार को दर्शाता है।

सोने की पत्तियों के साथ पारंपरिक विषयों का एक आकर्षक चयन है, जो कृष्ण से जुड़ी गहरी भावनाओं को जागृत करता है। आगंतुकों को कन्हाई की आध्यात्मिक दुनिया में तीन दिन की यात्रा पर ले जाया जाता है, जहाँ उनकी कलाकृतियाँ शांति, प्रेम और शांति का जश्न मनाती हैं। 2 जून तक प्रदर्शनी जारी रहेगी।

गोल्ड लीफ या स्वर्ण रंग का उपयोग करके कृष्णा कन्हाई ने पारंपरिक कला को एक नई पहचान दी। उनकी कला में भगवान कृष्ण की दिव्यता विशेष रूप से दिखाई देती है। उनके चित्रों में सुनहरे रंगों का इस्तेमाल उन्हें दुनिया भर में अलग बनाता है।
कृष्णा कन्हाई की द गोल्डन कृष्णा प्रदर्शनी दुबई में शुरू हुई

कृष्णा कन्हाई की 'द गोल्डन कृष्णा' प्रदर्शनी दुबई में शुरू हुई 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शो के सफल आयोजन पर कृष्ण कन्हाई को हार्दिक बधाई दी। उसने एक पत्र में भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं का आध्यात्मिकता, दर्शन और कला पर गहरा प्रभाव स्वीकार किया। उनका अनुमान था कि यह प्रदर्शनी दर्शकों को कृष्ण की लीलाओं और जीवन की शिक्षाओं का गहरा ज्ञान देगी।

गोल्डन कृष्णा शो

"द गोल्डन कृष्णा" प्रदर्शनी में भगवान कृष्ण के जीवन और उनकी लीलाओं को अनोखे ढंग से दिखाया गया है। यह प्रदर्शनी आधुनिक तकनीक, भारतीय संस्कृति और धार्मिक प्रतीकों को एकत्रित करती है। कृष्णा कन्हाई ने इस प्रदर्शनी में गोल्ड लीफ का बहुत उपयोग किया है, जो कृष्ण की छवि को और भी सुंदर बनाता है।

प्रदर्शनी का लक्ष्य भारतीय कला और संस्कृति को दुनिया भर के दर्शकों से परिचित कराना है। दुबई, कला और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है, इस प्रदर्शनी के लिए एक बेहतरीन स्थान है।

योजनाबद्ध अपडेट

दुबई के कला प्रेमियों और भारतीय समुदाय में हाल ही में इस प्रदर्शनी की बहुत चर्चा हुई है। इस प्रदर्शनी की लोकप्रियता और बढ़ी क्योंकि दुबई के शासक परिवार के कुछ सदस्यों ने भी भाग लिया। साथ ही, 'द गोल्डन कृष्णा' को कई प्रमुख कला समीक्षकों ने भारतीय कला के वैश्विक मंच पर उभरने का एक महत्वपूर्ण प्रयास माना है।
कृष्णा कन्हाई की द गोल्डन कृष्णा प्रदर्शनी दुबई में शुरू हुई कृष्णा कन्हाई की 'द गोल्डन कृष्णा' प्रदर्शनी दुबई में शुरू हुई
कृष्णा कन्हाई की 'द गोल्डन कृष्णा' प्रदर्शनी दुबई जैसे वैश्विक शहर में भारतीय कला और संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कर रही है। यह प्रदर्शनी भारतीय कला के समृद्ध इतिहास और समकालीन प्रौद्योगिकी का अद्वितीय मिश्रण है, जो भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कला प्रेमियों को आकर्षित करता है।

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