Paralympics 2024|प्रवीण कुमार ने पुरुष ऊंची कूद स्पर्धा में जीता स्वर्ण, भारत को दिलाया 26वां पदक

Paralympics: प्रवीण कुमार ने पुरुष ऊंची कूद स्पर्धा में जीता स्वर्ण, भारत को दिलाया 26वां पदक

Paralympics: प्रवीण कुमार ने पुरुष ऊंची कूद स्पर्धा में जीता स्वर्ण, भारत को दिलाया 26वां पदक

प्रवीण कुमार ने पुरुष ऊंची कूद में स्वर्ण जीता: पैरालिंपिक्स में भारत को 26वां पदक

प्रवीण कुमार ने 2024 पैरालिंपिक खेलों में पुरुष ऊंची कूद स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम एक बार फिर वैश्विक खेल मंच पर चमकाया है। उनकी इस शानदार उपलब्धि ने भारत को 26वां पदक दिलाया है और भारतीय पैरा-एथलीट्स के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ा है।

प्रवीण ने फाइनल में 2.08 मीटर का स्कोर कर पहला स्थान प्राप्त किया। भारत का यह कुल 26वां पदक है, जबकि यह छठा स्वर्ण है। 


पैरालिंपिक 2024: प्रवीण की ऐतिहासिक छलांग

2024 पैरालिंपिक खेलों में प्रवीण कुमार ने पुरुष ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीता, जो किसी भारतीय एथलीट के लिए बेहद बड़ी उपलब्धि है। इस स्पर्धा में उन्होंने 2.06 मीटर की ऊंचाई के साथ नया रिकॉर्ड कायम किया। प्रवीण का यह प्रदर्शन उनकी निरंतर मेहनत और खेल के प्रति उनके समर्पण का परिणाम है। 

ऊंची कूद के दौरान उन्होंने अपनी तकनीक को बेहतरीन ढंग से अंजाम दिया, जिससे उन्हें स्वर्ण पदक हासिल करने में मदद मिली। उनकी इस जीत ने पैरालिंपिक खेलों में भारत के पदक की संख्या 26 कर दी, जिससे देश में खुशी की लहर दौड़ गई।

भारत के पैरा एथलीट प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालंपिक के पुरुष ऊंची कूद टी64 स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। प्रवीण ने फाइनल में 2.08 मीटर का स्कोर कर पहला स्थान प्राप्त किया। भारत का यह कुल 26वां पदक है, जबकि यह छठा स्वर्ण है। भारत के खाते में अब तक नौ रजत और 11 कांस्य भी आ चुके हैं। प्रवीण का यह पैरालंपिक में लगातार दूसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में 2.07 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास से रजत पदक जीता था। 

पैरालंपिक में पुरुष ऊंची कूद में स्वर्ण जीतने वाले दूसरे भारतीय 

उत्तर प्रदेश के नोएडा के 21 वर्षीय प्रवीण मरियप्पन थंगवेलु के बाद पैरालंपिक में पुरुष ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय पैरा एथलीट हैं। अमेरिका के डेरेक लोसिडेंट ने 2.06 मीटर के साथ रजत और उजबेकिस्तान के तेमरबेक जियाजोव ने 2.03 मीटर की जम्प के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही प्रवीण कुमार ऐसे तीसरे भारतीय ऊंची कूद खिलाड़ी बने जिन्होंने पेरिस में पदक जीता है। उनसे पहले शरद कुमार ने रजत पदक जीता था, जबकि मरियप्पन ने पुरुष टी63 स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया था।

Paralympics: प्रवीण कुमार ने पुरुष ऊंची कूद स्पर्धा में जीता स्वर्ण, भारत को दिलाया 26वां पदक


भारतीय पैरालंपिक दल का बढ़ता प्रभुत्व

प्रवीण कुमार की जीत भारत के लिए सिर्फ एक पदक जीतने की कहानी नहीं है, बल्कि यह भारतीय पैरा-एथलीट्स की लगातार बढ़ती सफलता का प्रमाण है। भारत ने हाल के वर्षों में पैरालिंपिक खेलों में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है और पदक तालिका में अपने आप को एक प्रमुख देश के रूप में स्थापित किया है।

2024 के पैरालिंपिक में भारतीय एथलीट्स ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। देश को यह गर्व है कि उसके पैरा-एथलीट्स न केवल खेल में बल्कि सामाजिक सीमाओं को तोड़ने में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। प्रवीण की जीत ने पूरे दल को प्रेरित किया है और यह साबित किया है कि भारत खेल के हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकता है।

भविष्य की उम्मीदें

प्रवीण कुमार की जीत से भारत में पैरा-खेलों के प्रति रुचि और जागरूकता में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। भारतीय खेल प्राधिकरण और पैरा-एथलीट्स के प्रति सरकार की योजनाओं ने भी सकारात्मक प्रभाव डाला है। प्रवीण की इस जीत से कई उभरते हुए खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी और वे भी देश के लिए पदक जीतने की दिशा में काम करेंगे।

निष्कर्ष

प्रवीण कुमार की स्वर्ण पदक जीत केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि यह पूरे देश की सफलता है। यह जीत हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है और इससे भविष्य में भारतीय पैरा-खिलाड़ियों के लिए और भी ज्यादा प्रोत्साहन मिलेगा।

भारत के पैरालिंपिक खेलों में बढ़ते प्रभुत्व और प्रवीण जैसे एथलीट्स की मेहनत और समर्पण ने यह सिद्ध कर दिया है कि सीमाएं केवल मानसिक होती हैं। प्रवीण कुमार की इस ऐतिहासिक छलांग ने भारत को एक नया हीरो दिया है, जो आने वाले समय में और भी बड़ी उपलब्धियों की नींव रखेगा।






















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