Paris Paralympics 2024|पैरालंपिक में हिस्सा लेने के लिए पेरिस रवाना हुआ भारतीय निशानेबाजी दल, नरवाल को बेहतर करने की आस
राइफल निशानेबाज अवनी लेखरा, मोना अग्रवाल और पिस्टल निशानेबाज मनीष नरवाल सहित 10 सदस्यीय निशानेबाजी दल 30 अगस्त से पेरिस के पास शेटराउ में आयोजित होने वाले निशानेबाजी स्पर्धाओं में चुनौती पेश करेंगे।
पैरालंपिक खेलों का आयोजन इस वर्ष पेरिस में हो रहा है और भारत के लिए यह एक विशेष अवसर है, खासकर निशानेबाजी के क्षेत्र में। भारतीय निशानेबाजी दल हाल ही में पेरिस के लिए रवाना हो चुका है, जिसमें भारत के शीर्ष निशानेबाज मनदीप नरवाल से विशेष उम्मीदें हैं। पिछले पैरालंपिक में भारत की निशानेबाजी में शानदार प्रदर्शन के बाद, इस बार भी देश को इस खेल में नए आयाम स्थापित होने की पूरी उम्मीद है।
भारतीय निशानेबाजी का सफर :
भारत ने पैरालंपिक के इतिहास में निशानेबाजी के क्षेत्र में लगातार प्रगति की है। 2016 रियो पैरालंपिक से शुरू हुआ यह सफर 2021 टोक्यो पैरालंपिक में अपने चरम पर पहुंचा, जब भारतीय निशानेबाजों ने कई पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। मनीष नरवाल, जिनके परिवार ने उनकी शूटिंग की ट्रेनिंग के लिए काफी कुर्बानियां दीं, अब भारत के प्रमुख निशानेबाजों में से एक हैं।
मनीष के पिता ने एक बार अपनी संपत्ति बेचकर अपने बेटे के लिए पिस्तौल खरीदी थी, जिसके बाद से मनीष ने अपने खेल को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। उनके इस समर्पण और संघर्ष ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। 2021 के टोक्यो पैरालंपिक में उनके प्रदर्शन के आधार पर, पेरिस में भी उनसे पदक की उम्मीदें हैं।
भारतीय निशानेबाजी दल पेरिस पैरालंपिक में हिस्सा लेने के लिए पेरिस रवाना हो गए हैं। राइफल निशानेबाज अवनी लेखरा, मोना अग्रवाल और पिस्टल निशानेबाज मनीष नरवाल सहित 10 सदस्यीय निशानेबाजी दल 30 अगस्त से पेरिस के पास शेटराउ में आयोजित होने वाले निशानेबाजी स्पर्धाओं में चुनौती पेश करेंगे। नरवाल ने आगामी पेरिस खेलों में भारतीय निशानेबाजी दल के टोक्यो पैरालंपिक में पदक तालिका को पार करने पर भरोसा जताते हुए शनिवार को कहा कि कड़े अभ्यास के बाद टीम अच्छी स्थिति में है। भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में दो स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीते थे। टोक्यो में 50 मीटर पिस्टल (एसएच1) में स्वर्ण पदक जीतने वाले नरवाल ने टीम के रवाना होने से पहले कहा, हमारी तैयारियां अच्छी हैं और हम पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक हैं। हमारा लक्ष्य अपने पिछले प्रदर्शन को पार करना और अधिक पदक घर लाना है।
नरवाल की उम्मीदें और तैयारी :
मनदीप नरवाल और भारतीय निशानेबाजी दल ने पिछले कुछ महीनों में अत्यधिक मेहनत की है। भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और भारतीय पैरालंपिक संघ (PCI) ने उनकी तैयारी को लेकर कई विशेष सुविधाएं प्रदान की हैं। मनदीप का मुख्य उद्देश्य न केवल पदक जीतना है, बल्कि अपना व्यक्तिगत और राष्ट्रीय रिकॉर्ड बेहतर करना भी है।
उनकी कोचिंग टीम ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह तैयार किया है। इस बार के पैरालंपिक में प्रतिस्पर्धा और भी कठिन होगी, क्योंकि दुनियाभर के सबसे बेहतरीन निशानेबाज एक साथ इस मंच पर प्रतिस्पर्धा करेंगे।
भारत को अवनी से रहेगी उम्मीद
नरवाल पेरिस खेलों में 10 मीटर एयर पिस्टल में प्रतिस्पर्धा करेंगे। नरवाल, अवनी और मोना के अलावा टीम के अन्य सदस्य अमीर अहमद भट, रुद्रांश खंडेलवाल, रुबीना फ्रांसिस, स्वरुप उनहालकर, सिद्धार्थ बाबू, श्रीहर्ष देवराड़ी और निहाल सिंह है। इन खेलों में भारत को पदक की सबसे ज्यादा उम्मीद अवनी से होगी। जो पिछले खेलों में दो पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज बनी थीं।
जयपुर की इस निशानेबाज ने टोक्यो पैरालंपिक में 10 मीटर एयर राइफल और 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन (एसएच1) में स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे। भारतीय पैरालंपिक समिति को इन खेलों से 25 से अधिक पदक की उम्मीद है। भारत के समग्र प्रदर्शन में निशानेबाजी का बड़ा योगदान होगा।
पेरिस पैरालंपिक 2024 की तैयारी :
भारतीय निशानेबाजी दल ने पेरिस पैरालंपिक के लिए विशेष रूप से यूरोप में कुछ ट्रेनिंग कैम्प्स में भाग लिया है। वहां उन्होंने इंटरनेशनल स्तर के खिलाड़ियों के साथ प्रैक्टिस की और अपनी तकनीक को और मजबूत किया। पेरिस के आयोजन स्थल पर हवा की दिशा और अन्य पर्यावरणीय कारकों को ध्यान में रखते हुए खास तैयारी की गई है।
निष्कर्ष :
भारत के लिए पैरालंपिक 2024 केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं है, यह देश की प्रतिष्ठा और खिलाड़ियों के सपनों का मंच है। भारतीय निशानेबाजी दल के पेरिस रवाना होने के साथ ही देशभर में उनके सफल प्रदर्शन की उम्मीदें बढ़ गई हैं। मनीष नरवाल जैसे खिलाड़ी न केवल अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए जाने जाते हैं, बल्कि देश के खेल भविष्य के लिए एक प्रेरणा भी हैं।
पेरिस में उनके प्रदर्शन पर सबकी निगाहें होंगी, और उम्मीद है कि वे देश को एक और गौरवशाली पल देंगे।
भारत के लिए पहला पैरालंपिक स्वर्ण पदक किसने जीता?
भारत के लिए पहला पैरालंपिक स्वर्ण पदक मुरलीकांत पेटकर ने जीता था। उन्होंने 1972 के हाइडलबर्ग पैरालंपिक खेलों में तैराकी के 50 मीटर फ्रीस्टाइल वर्ग में यह उपलब्धि हासिल की थी।
पैरालंपिक खेलों में भारत का कौन सा स्थान है?
इस तरह पेरिस पैरालंपिक में अब भारत के कुल पदकों की संख्या 27 हो गई है। इसमें 6 गोल्ड, 9 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज मेडल हो गए हैं। वहीं मेडल टैली में भारत अब 17वें स्थान पर है।
पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला कौन है?
पैरा एथलीट मुरलीकांत पेटकर ने पैरालंपिक गेम्स में साल 1972 में भारत को पहला मेडल जिताया था. उन्होंने हाईडेलबर्ग गेम्स में 50 मीटर फ्रीस्टाइल स्विमिंग में गोल्ड मेडल जीता था
भारत के लिए पहला पैरालंपिक स्वर्ण पदक किसने जीता?
पैरालंपिक खेल 2024: भारत के हरियाणा के 33 वर्षीय पैरा-तीरंदाज हरविंदर सिंह ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 खेलों में तीरंदाजी में देश का पहला पैरालंपिक पदक जीतकर इतिहास रच दिया, जहां उन्होंने पुरुषों की व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
पैरालंपिक में भारत का ध्वजवाहक कौन है?
इस बीच पेरिस पैरालंपिक 2024 की क्लोजिंग सेरेमनी में भारतीय ध्वजवाहक कौन होंगे, इसका एलान हो गया है। तीरंदाज हरविंदर सिंह और धाविका प्रीति पाल रविवार देर रात को होने वाली क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की ध्वजवाहक होंगी।
2024 में भारत में ओलंपिक पदक किसने जीता?
हरविंदर सिंह ने बुधवार को पैरा तीरंदाजी में भारत के लिए ऐतिहासिक पहला स्वर्ण पदक जीता, उन्होंने पुरुषों की व्यक्तिगत रिकर्व ओपन फाइनल में पोलैंड के लुकास सिसजेक को 6-0 (28-24, 28-27, 29-25) से हराकर पैरालंपिक खेलों में अपना दूसरा लगातार पदक जीता।
अवनी लेखरा ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में किस खेल में स्वर्ण पदक जीता था?
अवनि लेखरा ने 30 अगस्त, 2024 को पेरिस 2024 पैरालिंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग स्टैंडिंग एसएच1 खिताब का सफलतापूर्वक बचाव किया और इस तरह वह खेलों के इतिहास में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं।
पैरालिंपिक 2024 में भारत के कितने एथलीट हैं?
2024 के खेलों के लिए भारतीय दल में 12 खेलों के 84 लोग शामिल थे।
टोक्यो पैरालिंपिक में भारत ने कितने पदक जीते हैं?
भारत ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में पांच स्वर्ण, छह रजत और आठ कांस्य पदक जीते।
हाल ही में कौन पेरिस ओलंपिक में भारत की पहली महिला जूरी सदस्य बनीं हैं?
बिल्किस मीर, पेरिस ओलंपिक में पहली भारतीय महिला जूरी सदस्य बनी जम्मू कश्मीर की बिल्किस मीर 26 जुलाई से 11 अगस्त 2024 तक पेरिस, फ्रांस में होने वाले 33वें ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में जूरी सदस्य के रूप में नियुक्त होने वाली पहली भारतीय बन गई हैं। वह जूरी का सदस्य बनने वाली भारत की पहली महिला भी हैं।
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