गेल और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड में समझौता

गेल और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड में समझौता 

गेल और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड में समझौता

बिजली का समझौता: गेल इंडिया के साथ 4200 करोड़ के एमओयू, धौलपुर और रामगढ़ प्लांट को मिलेगी सस्ती गैस - signed MoU with gail india

जयपुर स्थित राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरवीयूएन) की स्थापना 19 जुलाई 2000 को कंपनी अधिनियम 1956 के तहत राज्य में बिजली परियोजनाओं को विकसित करने और राज्य सरकार के स्वामित्व वाले बिजली संयंत्रों के रखरखाव और संचालन के लिए राजस्थान सरकार द्वारा की गई थी।

जयपुर:राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम ने गेल इंडिया के साथ 4200 करोड़ रुपए के एमओयू पर गुरुवार को दस्तखत किए हैं. इससे धौलपुर और रामगढ़ स्थित गैस आधारित पावर प्लांट के लिए सस्ती गैस मिलेगी. इन प्लांट में एक हजार मेगावाट बिजली बन सकेगी.

गेल इंडिया लिमिटेड और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड ( Rajasthan Rajya Vidyut Utpadan Nigam Ltd - RRVUNL) ने 9 अगस्त 2024 को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह एक गैर- बाध्यकारी समझौता है और RRVUNL के गैस आधारित पावर प्लांट्स को ऑप्टिमाइज करने के लिए किया गया है।

गेल राजस्थान में लगभग 1,090 किमी के प्राकृतिक गैस पाइपलाइन नेटवर्क के साथ, गेल भिवाड़ी, नीमराना,  खुशखेड़ा, कोटा, जैसलमेर और चित्तौड़गढ़ सहित क्षेत्रों में इंडस्ट्रियल कस्टमर्स को गैस की आपूर्ति करता है।

समझौते का उद्देश्य राजस्थान के धौलपुर और रामगढ़ में स्थित RRVUNL के गैस आधारित पावर प्लांट्स को दोनों संस्थाओं के बीच के ज्वाइंट वेंचर कंपनी को ट्रांसफर करने की संभावना तलाशना है।

इस पहल से 24 घंटे बिजली आपूर्ति के अवसर पैदा होंगे जिससे लगातार एनर्जी की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

RRVUNL धौलपुर और रामगढ़ में दो गैस आधारित पॉवर प्लांट संचालित करता है।

गेल इंडिया लिमिटेड, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत आने वाली एक महारत्न सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। भारत की अग्रणी प्राकृतिक गैस ट्रांसमिशन और वितरण कंपनी है।

गेल भारत की अग्रणी प्राकृतिक गैस कंपनी है जो ट्रेडिंग,  ट्रांसमिशन, एल. पी. जी. उत्पादन और ट्रांसमिशन, एल. एन. जी. रिगैसिफिकेशन, पेट्रोकेमिकल्स, शहरी गैस, ई. एंड पी. आदि का काम करती है।

जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में राजस्थान अक्षय ऊर्जा बिजनेस प्रमोशन समिट-2024 में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर की मौजूदगी में एमओयू पर दस्तखत किए गए. 

गेल इंडिया की तरफ से कंपनी के कार्यकारी निदेशक सुमित किशोर एवं राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक देवेंद्र श्रृंगी ने एमओयू पर दस्तखत किए.

सौर और पवन ऊर्जा पर भी सरकार का फोकस :

एमओयू के जरिए गेल इंडिया धौलपुर में स्थापित 330 मेगावाट व रामगढ़ में स्थापित 270.5 मेगावाट के गैस आधारित बिजली संयत्रों को कुशल एवं उपयुक्त क्षमता पर संचालन के लिए संयुक्त उद्यम के माध्यम से हस्तांतरित करने की संभावनाओं को तलासेगी और पर्याप्त मात्रा में उचित दर पर गैस की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा. 

साथ ही, अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में 750 मेगावाट सौर ऊर्जा और 250 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित हो सकेंगी. इसके माध्यम से 4200 करोड़ रुपए का निवेश होगा.

गेल और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड में समझौता

गेल और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड में समझौता 

राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड द्वारा संचालित बिजली संयंत्र

वर्तमान में, आरवीयूएन के स्वामित्व और संचालित बिजली संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता 8594.35 मेगावाट है। इसके अलावा  कंपनी 271 मेगावाट की स्थापित क्षमता वाली दो अंतरराज्यीय परियोजनाओं का संचालन और प्रबंधन भी करता है।

आरवीयूएन के स्वामित्व वाली  संचालित बिजली संयंत्र 

क्रम संख्या 

बिजली संयंत्र 

बिजली संयंत्र की स्थापित क्षमता 

1

एसटीपीएस-ओएंडएम, सूरतगढ़, जिला-श्रीगंगानगर

1500 मेगावाट

2

एसटीपीएस-एससी, सूरतगढ़, जिला-श्रीगंगानगर

1320 मेगावाट

3

केटीपीएस, सिटी

1240 मेगावाट

4

सीटीटीपी-ओ &एम  छबड़ा, जिला बारां

1000 मेगावाट

5

सीटीटीपी -एससी 

छबड़ा, जिला बारां 

1320 मेगावाट

6

केएटीपीपी  कालीसिंध, जिला झालावाड़

1200 मेगावाट

7

डीसीसीपीपी, धौलपुर

330 मेगावाट

8

जीएलटीपीपी गिरल, जिला बाड़मेर

250 मेगावाट

9

आरजीटीपीपी, जिला जैसलमेर

270.50 मेगावाट

10

माही हाइडल पावर स्टेशन, जिला-बांसवाड़ा

140 मेगावाट

11

मिनी माइक्रो हाइडल योजनाएं

23.85 मेगावाट

कुल 

 

8594.35 मेगावाट

आरवीयूएन द्वारा प्रबंधित अंतरराज्यीय बिजली परियोजनाएं

क्रम संख्या 

विद्युत परियोजनाएँ 

बिजली संयंत्र की स्थापित क्षमता

 

राणा प्रताप सागर हाइडल पीएस (4X43 मेगावाट)

172 मेगावाट

 

जवाहर सागर हाइडल पीएस (3X33 मेगावाट)

99 मेगावाट

कुल

 

271 मेगावाट

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