Paris Paralympics Day-9 Schedule: आज 30 पदकों का आंकड़ा छू सकता है भारत, सिमरन-दीपेश और दिलीप पर रहेंगी नजरें
पेरिस पैरालंपिक 2024: दिन-9 पर भारत के लिए उम्मीदें, 30 पदकों के लक्ष्य की ओर अग्रसर
2024 के पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत का प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है, और दिन-9 पर भारतीय खिलाड़ियों से बड़ी उम्मीदें हैं। आज का दिन खासतौर से सिमरन शर्मा, दीपेश और दिलीप जैसे स्टार खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है, जो भारत को 30 पदकों के आंकड़े तक पहुंचा सकते हैं।
आज भारतीय दल के लिए बड़ा दिन होने की उम्मीद है। भारतीय एथलीट्स ने अब तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है और पदकों की संख्या 30 तक पहुंचने की संभावना बन रही है। यह भारत के लिए ऐतिहासिक पल हो सकता है क्योंकि इससे पहले किसी पैरालंपिक में भारत ने इतनी बड़ी संख्या में पदक नहीं जीते हैं।
सिमरन शर्मा (ट्रैक एंड फील्ड): सिमरन का नाम भारतीय पैरालंपिक एथलीट्स में बेहद खास है। वे 200 मीटर दौड़ में उतरेंगी, जहां उनसे स्वर्ण पदक की उम्मीदें हैं।
दीपेश यादव (स्वीमिंग): दीपेश ने अब तक कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं और आज के फाइनल मुकाबले में उनके पदक जीतने की पूरी संभावना है। उनके शानदार फिनिश के लिए सबकी निगाहें उन पर टिकी हैं।
दिलीप सिंह (शॉट पुट): दिलीप का मुकाबला शॉट पुट इवेंट में है। पिछले कुछ टूर्नामेंट्स में उनकी फॉर्म जबरदस्त रही है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह भारत को एक और पदक दिला पाएंगे।
पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को एक ही पदक देश के खाते में आया। दृष्टिबाधित कपिल परमार ने जे1 60 किग्रा पुरुष पैरा जूडो स्पर्धा में भारत को जूडो में पहला पैरालंपिक पदक दिलाया।
भारत इस पैरालंपिक में 25 पार के लक्ष्य के साथ उतरा था और फिलहाल देश के खाते में 25 पदक हैं। 25 पार का लक्ष्य हासिल होने वाला है। आज यानी शुक्रवार को भारत 30 पदक के आंकड़े को छू सकता है। आज कई पदक दांव पर होंगे।
पैरालंपिक 2024 में इन्होंने जीते पदक
अवनि लेखरा: स्वर्ण पदक: निशानेबाजी
मोना अग्रवाल: कांस्य पदक: निशानेबाजी
प्रीति पाल: कांस्य पदक: एथलेटिक्स
मनीष नरवाल: रजत पदक: निशानेबाजी
रुबीना फ्रांसिस: कांस्य पदक: निशानेबाजी
प्रीति पाल: कांस्य पदक: एथलेटिक्स
निषाद कुमार: रजत पदक: एथलेटिक्स
योगेश कथुनिया: रजत पदक: एथलेटिक्स
नितेश कुमार: स्वर्ण पदक: बैडमिंटन
मनीषा रामदास: कांस्य पदक: बैडमिंटन
तुलसीमति मुरुगेसन: रजत पदक: बैडमिंटन
सुहास एलवाई: रजत पदक: बैडमिंटन
राकेश कुमार/शीतल देवी: कांस्य पदक: तीरंदाजी
सुमित अंतिल: स्वर्ण पदक: एथलेटिक्स
नित्या श्री सिवान: कांस्य पदक: बैडमिंटन
दीप्ति जीवनजी: कांस्य पदक: एथलेटिक्स
अजीत सिंह: रजत पदक: एथलेटिक्स
सुंदर सिंह गुर्जर: कांस्य पदक:एथलेटिक्स
शरद कुमार: रजत पदक: एथलेटिक्स
मरियप्पन थंगावेलु: कांस्य पदक: एथलेटिक्स
सचिन सरजेराव खिलाड़ी: रजत पदक: एथलेटिक्स
धरमबीर: स्वर्ण पदक: एथलेटिक्स
प्रणव सूरमा: रजत पदक: एथलेटिक्स
हरविंदर सिंह: स्वर्ण पदक: तीरंदाजी
कपिल परमार: कांस्य पदक: जूडो
आज कौन से पदक दांव पर
शुक्रवार को सभी की निगाहें एथलेटिक्स पर होंगी जिसमें कई पदक दांव पर लगे होंगे। दीपेश कुमार (पुरुष भाला फेंक एफ54 फाइनल), प्रवीण कुमार (पुरुष ऊंची कूद टी64 फाइनल), भवनाबेन अजबाजी चौधरी (महिला भाला फेंक एफ46 फाइनल), सोमन राणा और होकाटो होटोझे सेमा (पुरुष गोला फेंक एफ57 फाइनल) की नजरें पदक पर होंगी। पैरा पावरलिफ्टिंग में कस्तूरी राजमणि महिलाओं के 67 किग्रा फाइनल में खेलेंगी।
25 पदक जीतना भारत का पैरालंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इनमें पांच स्वर्ण, नौ रजत और 11 कांस्य पदक शामिल हैं। भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में 19 पदक जीते थे।
निष्कर्ष : दिन-9 भारतीय पैरालंपिक इतिहास में एक यादगार दिन हो सकता है। अगर भारत 30 पदकों का आंकड़ा पार करता है, तो यह सिर्फ खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का पल होगा। सिमरन, दीपेश और दिलीप जैसे खिलाड़ियों पर आज सबकी निगाहें टिकी रहेंगी। उम्मीद की जा रही है कि भारत पेरिस पैरालंपिक 2024 में अपनी छाप छोड़ेगा और इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करेगा।
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