यूपी सरकार ने ग्रेटर नोएडा फेज़ - 2 प्रोजेक्ट के मास्टर प्लान को दी मंजूरी

यूपी सरकार ने ग्रेटर नोएडा फेज़ - 2 प्रोजेक्ट के मास्टर प्लान को दी मंजूरी, 144 गांवों का होगा अधिग्रहण 

यूपी सरकार ने ग्रेटर नोएडा फेज़ - 2 प्रोजेक्ट के मास्टर प्लान को दी मंजूरी, 144 गांवों का होगा अधिग्रहण

नोएडा के पास बनेगी नई वर्ल्ड क्लास सिटी, 144 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण, योगी सरकार ने मास्टर प्लान को दी मंजूरी

यमुना एक्सप्रेस के नजदीक इस शहर को बसाने की प्लानिंग की जा रही है। इसे F-1 ट्रैक के पास बसाया जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से भी यह नजदीक होगा।

नोएडा के पास एक और शहर को यूपी सरकार ने मंजूरी  दी है।

दिल्ली-एनसीआर में एक और नया शहर बसने जा रहा है। इसे पूरे एनसीआर का अब तक का सबसे हाईटेक शहर बताया जा रहा है। इसमें आम लोगों के लिए सस्ते घरों से लेकर लग्जरी घरों की भरमार होगी। एयरपोर्ट और फिल्मसिटी के नजदीक होने के कारण इसके विकास की काफी संभावनाएं देखी जा रही है। 

ग्रेटर नोएडा फेज-2 प्रोजेक्ट के मास्टर प्लान को यूपी सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसके निर्माण के लिए करीब 40 गांवों की जमीन का जल्द अधिग्रहण शुरू हो सकता है।

इस परियोजना के तहत, नई तकनीकों और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ बड़े पैमाने पर औद्योगिक पार्क, आवासीय क्षेत्र, और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान विकसित किए जाएंगे। मास्टर प्लान में साफ-सुथरी सड़कों, जल निकासी व्यवस्था, बिजली, और संचार सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है, जिससे निवेशकों के लिए एक अनुकूल माहौल तैयार होगा।

पर्यावरणीय प्रभाव और हरित क्षेत्र

परियोजना के तहत पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए हरित क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। सरकार ने पर्यावरणीय संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया है और सुनिश्चित किया है कि इस परियोजना से किसी भी प्रकार का नकारात्मक पर्यावरणीय प्रभाव न हो। सस्टेनेबल विकास को ध्यान में रखते हुए, हरित ऊर्जा और पर्यावरण-अनुकूल साधनों का उपयोग भी इस परियोजना में किया जाएगा।

यूपी सरकार ने ग्रेटर नोएडा फेज़ - 2 प्रोजेक्ट के मास्टर प्लान को दी मंजूरी

कहां बसाया जाएगा?

यमुना एक्सप्रेस के नजदीक इस शहर को बसाने की प्लानिंग की जा रही है। इसे F-1 ट्रैक के पास बसाया जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से भी यह नजदीक होगा। उत्तर प्रदेश सरकार के चीफ टाउन एंड कंट्री प्लानर ने ग्रेटर नोएडा फेस-2 के मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है। परीचौक से इस शहर के लिए सीधा कनेक्टिविटी होगी। यहां आवासीय सेक्टर से लेकर कमर्शियल प्रोजेक्ट के लिए भी जगह होगी। 

इसे वर्ल्ड क्लास सिटी के तौर पर बनाने की तैयारी हो रही है। जानकारी के मुताबिक इस शहर के लिए 55 हजार 970 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़ और धौलाना के 144 गांवों का अधिग्रहण किया जाएगा। इससे ना सिर्फ नोएडा ग्रेटर नोएडा के लोगों को फायदा होगा बल्कि बुलंदशहर के लोगों के लिए भी यह सुनहरा मौका होगा।

नए शहर में क्या-क्या होंगी सुविधाएं

जानकारी के मुताबिक इस शहर का 17.40 फीसदी हिस्सा रिहायशी होगा। यहां रेजिडेंशियल स्कीम के लिए काफी जगह पहले ही रिजर्व की गई है। वहीं 4.8 फीसदी हिस्सा कमर्शियल और शॉपिंग के लिए होगा। इसके अलावा 25.4 फीसदी हिस्सा इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट के लिए रखी गई है।

वहीं 10.4 फीसदी जमीन स्कूल, इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज, यूनिवर्सिटी के लिए रिजर्व रखी गई है। इस शहर में 13.2 फीसदी हिस्सा सड़क, मेट्रो और हाईस्पीड रेल यानी ट्रांसपोर्ट सुविधाओं के लिए होगा। इस शहर में हरियाली का भी पूरा ध्यान रखा गया है। कुल जमीन का 22.5 फीसदी हिस्सा ग्रीन बेल्ट के लिए रिजर्व रखा गया है।

यूपी सरकार ने ग्रेटर नोएडा फेज़ - 2 प्रोजेक्ट के मास्टर प्लान को दी मंजूरी

ग्रेटर नोएडा फेज़-2 परियोजना उत्तर प्रदेश के विकास को एक नई दिशा देने वाली है। इस परियोजना से न केवल औद्योगिक विकास होगा, बल्कि रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी। 144 गांवों का अधिग्रहण और मास्टर प्लान की मंजूरी से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार क्षेत्र के विकास के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रही है। इस परियोजना से आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र के रूप में उभरेगा।

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