क्या है देश भर में स्कूली छात्रों के लिए लाया गया अपार आईडी कार्ड

क्या है देश भर में स्कूली छात्रों के लिए लाया गया "अपार" आईडी कार्ड

भारत सरकार ने स्कूली छात्रों के लिए एक नई योजना के तहत "अपार" (APAR - Automated Permanent Academic Record) आईडी कार्ड लॉन्च किया है। 

इस कार्ड का उद्देश्य छात्रों के शैक्षिक रिकॉर्ड को एक ही जगह पर डिजिटल रूप में संरक्षित करना है, जिससे उनकी पढ़ाई से जुड़े सभी दस्तावेज़ और जानकारी तक पहुँच आसान हो सके। अपार आईडी कार्ड एक तरह का यूनिक आईडी कार्ड है, जो देश के हर छात्र के लिए अनिवार्य किया जा रहा है।

क्या है देश भर में स्कूली छात्रों के लिए लाया गया अपार आईडी कार्ड

सूरजपुर में स्कूली बच्चों के लिए एक नई पहल की जा रही है. यहां स्टूडेंट्स का यूनिक अपार आईडी कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है. कलेक्टर और जिला मिशन संचालक ने इसके निर्देश जारी किए हैं. 

इसके लिए जिले के हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी स्कूलों के साथ ही पीएमश्री स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों का अपार आईडी कार्ड बनाने का कार्य शुरू किया गया है. यह कार्य अभी फर्स्ट फेज में है.

अपार आईडी कार्ड के लिए कई बिन्दुओं के आधार पर काम किया जा रहा है. इसमें कक्षा नौवीं से कक्षा बारहवीं तक के स्कूली छात्र छात्राओं के परिजनों के साथ बैठकें की जानी है. इसके लिए जिला प्रशासन की टीम लगातार काम कर रही है.

जिससे जिले के सभी स्कूली बच्चों का अपार आईडी कार्ड बनाया जा सके. कई स्कूलों में यह प्रक्रिया अभी जारी है और कई स्कूलों में यह प्रक्रिया अभी शुरू होगी.

अपार आईडी कार्ड का उद्देश्य:

1. डिजिटलीकरण: छात्रों की पढ़ाई से जुड़े हर दस्तावेज़ को डिजिटल रूप में संग्रहित करने का यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे कागजी दस्तावेज़ों पर निर्भरता कम होगी।

2. सभी रिकॉर्ड एक ही जगह: यह आईडी कार्ड छात्रों के सभी शैक्षिक रिकॉर्ड को एक साथ संग्रहित करेगा, जिससे उन्हें स्कूल बदलने या कॉलेज में प्रवेश लेने पर अलग-अलग दस्तावेज़ जमा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

3. आसान पहुँच: स्कूल, कॉलेज, और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए दाखिला लेते समय छात्र अपनी अपार आईडी के ज़रिए सभी आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत कर सकेंगे।

अपार आईडी कार्ड के फायदे:

डिजिटल सुरक्षा: छात्रों के शैक्षिक रिकॉर्ड सुरक्षित और गोपनीय तरीके से संग्रहित होंगे।

सरल प्रक्रिया: एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी शैक्षिक जानकारी उपलब्ध होने से विभिन्न दस्तावेज़ों को जमा करने की प्रक्रिया आसान होगी।

समय की बचत: यह कार्ड छात्रों को विभिन्न दस्तावेज़ों को ढूँढने और बार-बार जमा करने की परेशानी से बचाएगा।

देशभर में मान्यता: यह कार्ड सभी शिक्षण संस्थानों और सरकारी योजनाओं के तहत मान्य होगा।

इस तरह शुरू होगी प्रक्रिया: 

पीटीएम के लिए माता पिता में से किसी एक को उनके आधार कार्ड या किसी अन्य फोटो पहचान पत्र के साथ आमंत्रित किया जा सकता है. प्रत्येक पीटीएम में अपार पर 15-20 मिनट का जागरूकता सत्र आयोजित किया जाएगा. 

पीटीएम के दौरान छात्रों और अभिभावकों को अपार पर विस्तृत जानकारी दी जाएगी. अपार आईडी निर्माण के लिए माता-पिता की सहमति भौतिक रूप से जुटाई जाएगी.

स्टूडेंट की जानकारी कार्ड में होगी अंकित: 

इसके साथ ही यूडीआईएसई पोर्टल के तहत एकत्र किए गए जानकारी को इसमें जोड़ा जाएगा. कार्ड में स्टूडेंट का नाम, पिता-माता का नाम, लिंग, जन्म तिथि और अन्य आवश्यक विवरणों को अंकित किया जाएगा.

अपार आईडी निर्माण के दौरान माता-पिता की सहमति भौतिक रूप से कलेक्ट की जाएगी. यूडीआईएसई प्लस पोर्टल पर डिजिटल रूप से जानकारी अद्यतन की जाएगी. उसके बाद स्कूल से अपार आईडी कार्ड जारी किए जाएंगे

क्या है देश भर में स्कूली छात्रों के लिए लाया गया अपार आईडी कार्ड

क्या है देश भर में स्कूली छात्रों के लिए लाया गया "अपार" आईडी कार्ड ?

देश भर के स्कूली छात्रों के लिए ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (APAAR) आईडी कार्ड लाया गया है. यह एक डिजिटल आईडी कार्ड है, जिसमें छात्रों की शैक्षणिक जानकारी और उपलब्धियां स्टोर की जाती हैं. 

इस कार्ड से जुड़ी कुछ खास बातेंः

यह एक आजीवन आईडी नंबर है.

यह कार्ड छात्रों के लिए वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी के तौर पर काम करता है.

यह कार्ड आधार कार्ड के साथ जुड़ा होगा.

यह कार्ड छात्रों की शैक्षणिक यात्रा और उपलब्धियों को ट्रैक करता है.

यह कार्ड छात्रों को शैक्षणिक संस्थान बदलने में मदद करता है.

यह कार्ड छात्रों को उनके शैक्षणिक क्रेडिट, डिग्री और अन्य जानकारी ऑनलाइन एकत्र करने में मदद करता है.

इस कार्ड से छात्रों को कई तरह के लाभ मिल सकते हैं.

इस कार्ड को पंजीकृत करने के लिए छात्रों की सहमति लेनी होगी.

यह कार्ड छात्रों के लिए एक स्वैच्छिक प्रक्रिया है.

'अपार' (ऑटोमेटेड पर्मानेंट अकैडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) देशभर के स्कूलों में हर विद्यार्थी को दी जाने वाली 12 अंक की एक यूनिक आईडी है। अपार आईडी में छात्रों की शैक्षणिक जानकारियां और उपलब्धियां स्टोर्ड होंगी जिससे उन्हें शैक्षणिक संस्थान बदलने में आसानी होगी।

अपार आईडी कार्ड कैसे बनवाएँ ?

आइए जानते हैं अपार आईडी कार्ड को ऑनलाइन कैसे बनाया जा सकता है।

ऑनलाइन अपार आईडी कार्ड बनाने की प्रक्रिया:

1. अपार पोर्टल पर जाएँ: सबसे पहले, अपार आईडी कार्ड के लिए सरकारी पोर्टल apaar.gov.in पर जाएँ।

2. रजिस्ट्रेशन करें: पोर्टल पर छात्रों को अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए निम्न जानकारी की आवश्यकता होगी:

छात्र का नाम

जन्मतिथि

शैक्षिक संस्थान का नाम

वर्तमान कक्षा

आधार कार्ड नंबर (वैकल्पिक)

3. सत्यापन प्रक्रिया: रजिस्ट्रेशन के बाद, छात्रों के विवरण का सत्यापन किया जाएगा। इस दौरान छात्रों को अपने शैक्षिक संस्थान से संबंधित दस्तावेज़ जैसे मार्कशीट, एडमिशन लेटर आदि अपलोड करने होंगे। इन दस्तावेज़ों को पोर्टल पर अपलोड करने के बाद एक ओटीपी (OTP) के माध्यम से सत्यापन किया जाएगा।

4. आईडी कार्ड जारी होना: सत्यापन प्रक्रिया सफल होने के बाद छात्रों को उनका अपार आईडी कार्ड डिजिटल रूप में प्राप्त होगा। इसे पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकता है और प्रिंट भी किया जा सकता है। यह कार्ड क्यूआर कोड (QR Code) से युक्त होगा, जो छात्रों के शैक्षिक रिकॉर्ड को तुरंत एक्सेस करने में मदद करेगा।

क्या है देश भर में स्कूली छात्रों के लिए लाया गया अपार आईडी कार्ड ?

5. भविष्य में अपडेट: अपार आईडी कार्ड में छात्रों के शैक्षिक रिकॉर्ड समय-समय पर अपडेट किए जाते रहेंगे। छात्रों को अपनी पढ़ाई से जुड़े नए दस्तावेज़ अपलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि उनका रिकॉर्ड खुद-ब-खुद इस आईडी से लिंक हो जाएगा।

अपार आईडी कार्ड छात्रों के शैक्षिक जीवन में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इससे छात्रों की जानकारी सुरक्षित और संगठित तरीके से डिजिटल रूप में उपलब्ध रहेगी। डिजिटल इंडिया पहल के तहत यह कदम छात्रों और उनके परिवारों के लिए समय और मेहनत बचाने में भी कारगर सिद्ध होगा।



Post a Comment

0 Comments