Global Hunger Index - GHI 2024 Current Affairs|महत्वपर्ण सूचकांक 2024

Global Hunger Index - GHI 2024 Current Affairs|महत्वपर्ण सूचकांक 2024

Global Hunger Index

वैश्विक भुखमरी सूचकांक (GHI) एक बहुआयामी उपकरण है जो भुखमरी और कुपोषण की स्थिति का आकलन करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसे हर साल जारी किया जाता है और यह बताता है कि किस देश में भूख और कुपोषण की क्या स्थिति है। 

इसका मुख्य उद्देश्य विश्व में भुखमरी और कुपोषण को मापना, उसकी स्थिति को समझना और उससे निपटने के लिए उपायों का सुझाव देना है।

Global Hunger Index - GHI 2024 Current Affairs|महत्वपर्ण सूचकांक 2024

Global Hunger Index 2024 

Rank - 105th 

Edition - 19th

भारत की रैंक - 127 देशों में 105वें नंबर पर 

जारीकर्ता - कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्ट हंगरहिल्फ

2024 के वैश्विक भूख सूचकांक में 27.3 के स्कोर के साथ, भारत में भूख का स्तर गंभीर है।

चीन , UAE , और कुवैत सहित 22 देश इस इंडेक्स में पहले स्थान पर हैं।

वर्ष 2024 के इस इंडेक्स में नेपाल - 68 , श्री लंका - 56 और बांग्लादेश 84वें नंबर पर है। 

पाकिस्तान की रैकिंग 109 है।

भारत पिछले साल 125 देशों में 111वें स्थान पर था। और वहीं 2022 में 121 देशों में से 107वें स्थान पर था।

Global Hunger Index - GHI 2024 Current Affairs|महत्वपर्ण सूचकांक 2024

2024 में शीर्ष 10 प्रदर्शन करने वाले देश

देश रैंक

बेलारूस - 1

बोस्निया और हर्ज़ेगोविना - 2

चिली - 3

चीन - 4

कोस्टा रिका - 5

क्रोएशिया - 6

एस्टोनिया - 7

जॉर्जिया - 8

हंगरी  - 9

कुवैत - 10

सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देश

रैंक देश

121 नाइजर

122 हैती

123 डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो

124 मेडागास्कर

125 चाड

126 यमन

127 सोमालिया

भारत के पड़ोसी देशों की रैंकिंग

देश रैंक

चीन - 4

थाईलैंड - 52

श्रीलंका - 56

नेपाल - 68

म्यांमार - 74

इंडोनेशिया - 77

बांग्लादेश - 84

पाकिस्तान - 109

अफगानिस्तान - 116

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जीएचआई के संकेतक: वैश्विक भुखमरी सूचकांक चार मुख्य संकेतकों पर आधारित होता है:

1. अपर्याप्त पोषण (Undernourishment): यह उस जनसंख्या का प्रतिशत है जो पर्याप्त कैलोरी का सेवन नहीं कर पाती।

2. पांच साल से कम उम्र के बच्चों में वेस्टिंग (Wasting): यह बच्चों की ऐसी स्थिति है जिसमें उनका वजन उनकी लंबाई के अनुपात में कम होता है।

3. पांच साल से कम उम्र के बच्चों में स्टंटिंग (Stunting): यह बच्चों की लंबाई का उनकी उम्र के हिसाब से कम होना दर्शाता है।

4. बाल मृत्यु दर (Child Mortality Rate): यह पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर को मापता है।

स्कोरिंग पद्धति: 

जीएचआई में किसी देश की स्थिति को 0 से 100 के बीच के स्कोर पर मापा जाता है। जहां 0 का मतलब है कि कोई भुखमरी नहीं है और 100 का मतलब है अत्यधिक गंभीर भुखमरी। इस स्कोर को पांच श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है:

0–9.9: कम भुखमरी (Low Hunger)

10–19.9: मध्यम भुखमरी (Moderate Hunger)

20–34.9: गंभीर भुखमरी (Serious Hunger)

35–49.9: खतरनाक भुखमरी (Alarming Hunger)

50 और उससे ऊपर: अत्यंत खतरनाक भुखमरी (Extremely Alarming Hunger)

भारत की स्थिति: 

भारत वैश्विक भुखमरी सूचकांक में अक्सर निम्न रैंकिंग पर रहता है। 2022 में, भारत 121 देशों की सूची में 107वें स्थान पर था, जो दर्शाता है कि देश में भुखमरी की स्थिति गंभीर है। भारत में बच्चों में कुपोषण की दर उच्च है, खासकर ग्रामीण इलाकों में, जो चिंता का विषय है।

जीएचआई का महत्व:

1. नीतियों का निर्माण: जीएचआई की रिपोर्ट न केवल समस्या का आकलन करती है, बल्कि यह नीति निर्माताओं को सूचित करती है ताकि वे उचित उपाय कर सकें।

2. विश्व स्तर पर ध्यान आकर्षित करना: यह रिपोर्ट दुनिया भर में भुखमरी और कुपोषण के मुद्दे पर ध्यान खींचती है और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को समाधान के लिए प्रेरित करती है।

3. समस्या की पहचान: जीएचआई उन क्षेत्रों और देशों की पहचान करता है जहां भुखमरी और कुपोषण की समस्या गंभीर है, ताकि उन्हें सहायता दी जा सके।

भविष्य की चुनौतियां: 

विश्व की तेजी से बढ़ती आबादी, जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा में कमी जैसी चुनौतियों के कारण भुखमरी की समस्या को सुलझाना एक कठिन कार्य है। वैश्विक भुखमरी सूचकांक हमें इस ओर जागरूक करता है कि इस समस्या का समाधान कितना जरूरी और व्यापक होना चाहिए।

Global Hunger Index - GHI 2024 Current Affairs|महत्वपर्ण सूचकांक 2024

वैश्विक भुखमरी सूचकांक एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो दुनिया भर में भुखमरी और कुपोषण की गंभीरता को उजागर करता है। यह न केवल जागरूकता बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को इस समस्या के समाधान के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करता है।

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FAQ

वैश्विक भूख सूचकांक (GHI) क्या है?

GHI एक रिपोर्ट है जो भूख की समस्या को समझने के लिए विकसित की गई है। यह सूचकांक चार प्रमुख संकेतकों पर आधारित है: कुपोषण, बच्चों में खराब पोषण, और मृत्यु दर।

2024 में सबसे कम भूख वाले देश कौन से हैं?

2024 में, बेलारूस, बोस्निया और हर्जेगोविना, चिली, और चीन जैसे देश भूख के मामले में शीर्ष स्थान पर हैं, जो उनकी खाद्य सुरक्षा और पोषण के लिए किए गए प्रयासों को दर्शाते हैं।

भूख के स्तर को कम करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?

भूख को कम करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, पोषण शिक्षा, खाद्य उत्पादन में वृद्धि और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों का कार्यान्वयन आवश्यक है।

भारत का भूख सूचकांक में स्थान क्या है?

2024 में भारत का स्थान 107 है, जो भूख की समस्या को दर्शाता है। देश में कुपोषण और बच्चों की वृद्धि दर में कमी लाने की आवश्यकता है।

भूख का क्या प्रभाव होता है?

भूख का सीधा प्रभाव स्वास्थ्य, शिक्षा, और आर्थिक विकास पर पड़ता है। इससे सामाजिक असमानता बढ़ती है और विकास में बाधा उत्पन्न होती है।

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