Global Innovation Index 2024 in hindi|वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024
वैश्विक नवाचार सूचकांक (Global Innovation Index - GII)
वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII) एक ऐसा सूचकांक है, जो दुनिया भर के देशों की नवाचार क्षमता और उनके नवाचार प्रदर्शन का आकलन करता है।
इसे वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑर्गनाइजेशन (WIPO) के सहयोग से हर साल प्रकाशित किया जाता है।
इस सूचकांक का मुख्य उद्देश्य यह समझना है कि विभिन्न देश नवाचार के मामले में कहां खड़े हैं और उनकी आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति किस प्रकार हो रही है।
2024 वैश्विक नवाचार सूचकांक(जीआईआई) में भारत की रैंकिंग में एक स्तर ऊपर उठकर 39 हो गई है। पिछले, 2023 संस्करण में भारत का विश्व में 40वां स्थान था। पिछले नौ वर्षों में भारत की रैंकिंग में 42 पायदान का सुधार हुआ है।
2015 में इस सूचकांक में भारत का स्थान 81वां जो 2024 में बढ़कर 39वां हो गया है।
स्विट्जरलैंड ने इस साल भी सूचकांक में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है जबकि अफ्रीकी देश अंगोला सबसे निचले स्थान,133 पर है।
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन ने 26 सितंबर 2024 को वैश्विक नवाचार सूचकांक का 17वां संस्करण जारी किया, जिसमें देशों को उनके नवाचार गुणों के आधार पर रैंकिंग दी गई।
Rank of India in the Global Innovative Index - 2024 : 39th
Edition - 17th
Global Innovative Index 2024 Released by / जारीकर्ता : विश्व बौद्धिक संपदा संगठन / World Intellectual Property Organisation
Global Innovative Index 2024 top 3 country:
1. स्विटजरलैंड
2. स्वीडन
3. संयुक्त राज्य अमेरिका
Global Innovative Index 2024 last Rank :
अंगोला (133वां)
17वें वैश्विक नवाचार सूचकांक, के बारे में
वैश्विक नवाचार सूचकांक, 2007 से हर साल विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) द्वारा प्रकाशित किया जाता है। 17वें संस्करण में, 133 देशों और दुनिया के शीर्ष 100 विज्ञान और प्रौद्योगिकी समूहों को उनके नवाचार प्रदर्शन के आधार पर रैंक किया गया है।
देशों का मूल्यांकन लगभग 80 संकेतकों पर किया जाता है जिन्हें चार मापदंडों में बांटा गया है: विज्ञान और नवाचार निवेश, तकनीकी प्रगति, प्रौद्योगिकी अपनाना और नवाचार का सामाजिक आर्थिक प्रभाव।
GII के प्रमुख बिंदु:
1. रैंकिंग के आधार: वैश्विक नवाचार सूचकांक देशों को 80 से अधिक संकेतकों (इंडिकेटर्स) के आधार पर रैंक करता है, जैसे अनुसंधान, प्रौद्योगिकी, बौद्धिक संपदा, शिक्षा, बुनियादी ढाँचा, और व्यावसायिक परिष्कार।
2. वैश्विक नवाचार सूचकांक का उद्देश्य: GII का मुख्य उद्देश्य यह मापना है कि एक देश में नवाचार के विकास और उपयोग के लिए कितनी अनुकूल परिस्थितियाँ हैं और उसका वास्तविक नवाचारी प्रदर्शन कैसा है।
यह सूचकांक इस बात की जानकारी देता है कि देश की अर्थव्यवस्था, विज्ञान, शिक्षा, और तकनीक के क्षेत्रों में कितनी प्रगति हो रही है और उस प्रगति का व्यावसायिक और सामाजिक प्रभाव क्या है। इसके आधार पर देशों की वैश्विक प्रतिस्पर्धा की स्थिति तय होती है।
3. मुख्य स्तंभ: GII मुख्यतः सात स्तंभों पर आधारित होता है
• संस्थान (Institutions)
• मानव पूंजी और अनुसंधान (Human Capital & Research)
• बुनियादी ढांचा (Infrastructure)
• बाजार परिष्कार (Market Sophistication)
• व्यावसायिक परिष्कार (Business Sophistication)
• ज्ञान और प्रौद्योगिकी आउटपुट (Knowledge & Technology Outputs)
• रचनात्मक आउटपुट (Creative Outputs)
2024 वैश्विक नवाचार सूचकांक, में भारत का प्रदर्शन
2024 वैश्विक नवाचार सूचकांक में भारत को 39वां स्थान दिया गया है।
भारत, 38 निम्न-मध्यम-आय समूह अर्थव्यवस्थाओं में शीर्ष स्थान वाला देश है।
मध्य और दक्षिणी एशिया की 10 अर्थव्यवस्थाओं में भारत को प्रथम स्थान दिया गया है।
नवाचार इनपुट मानदंड के मामले में, भारत अपनी रैंक में सुधार करके 44वें स्थान पर पहुंच गया है।
इसी तरह, भारत नवाचार आउटपुट के मामले में, भारत अपनी रैंक में सुधार करके 33वें स्थान पर पहुंच गया है।
पिछले वर्ष की तरह, चार भारतीय समूहों को वैश्विक नवाचार सूचकांक के 100 शीर्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी समूहों में शामिल किया गया है।
बेंगलुरु, सर्वोच्च स्थान वाला भारतीय क्लस्टर जिसका विश्व में 56वां स्थान है और उसके बाद दिल्ली (63वें), चेन्नई (82वें) और मुंबई 84वें स्थान पर हैं।
2024 वैश्विक नवाचार सूचकांक में शीर्ष 10 देश
इस साल भी वैश्विक नवाचार सूचकांक में स्विट्जरलैंड शीर्ष स्थान पर है । यह लगातार 14वां साल है जब स्विट्जरलैंड को सूचकांक में नंबर 1 स्थान दिया गया है। पिछले वर्ष की तरह, स्वीडन और संयुक्त राज्य अमेरिका ने क्रमशः अपना दूसरा और तीसरा स्थान बरकरार रखा है ।
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वैश्विक नवाचार सूचकांक में शीर्ष 10 स्थान वाले देशों की सूची निम्नलिखित है
1. स्विट्ज़रलैंड
2. स्वीडन
3. संयुक्त राज्य अमेरिका
4. यूनाइटेड किंगडम
5. सिंगापुर
6. फिनलैंड
7. नीदरलैंड
8. जर्मनी
9. डेनमार्क
10. दक्षिण कोरिया
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ)
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) की स्थापना 1967 में संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी के रूप में की गई थी।
डब्ल्यूआईपीओ दुनिया भर में बौद्धिक संपदा को बढ़ावा देता है और सरकारों, व्यवसायों और समाज को बौद्धिक संपदा के लाभों का एहसास कराने में मदद करता है।
डबल्यूआईपीओ का मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
डबल्यूआईपीओ के महानिदेशक: डैरेन टैंग
सदस्य-193 देश
वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 से यह स्पष्ट होता है कि नवाचार किसी भी देश की वैश्विक प्रतिस्पर्धा, आर्थिक स्थिरता और सामाजिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
नवाचार के क्षेत्र में निवेश और प्रगति देशों के लिए दीर्घकालिक विकास और सफलता की कुंजी है। भारत जैसे विकासशील देशों के लिए यह सूचकांक उनकी आर्थिक और तकनीकी क्षमता को पहचानने और सुधारने का एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक है।
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महत्वपूर्ण फुल फॉर्म
जीआईआई /GII :ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स ( Global Innovation Index)
डबल्यूआईपीओ /WIPO: वर्ल्ड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी आर्गेनाइजेशन (World Property Intellectual Organisation)
वैश्विक नवाचार सूचकांक कौन सा संगठन जारी करता है?
वैश्विक नवाचार सूचकांक (Global Innovation Index) को विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO - World Intellectual Property Organization) द्वारा जारी किया जाता है। यह सूचकांक नवाचार प्रदर्शन को मापने के लिए दुनिया भर के देशों की तुलना करता है, जिसमें सरकारों और उद्योगों के प्रयासों का आकलन होता है।
17वें वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में भारत का स्थान क्या है?
17वें वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में भारत ने 39वां स्थान प्राप्त किया है। भारत की यह रैंकिंग देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम, शोध एवं विकास, और डिजिटल नवाचार में प्रगति के कारण हासिल हुई है। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने अपनी स्थिति में निरंतर सुधार किया है, जिससे वह शीर्ष नवाचार देशों में शामिल हो गया है।
17वें वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में कितने देशों को शामिल किया गया है?
वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में कुल 133 देशों को शामिल किया गया है। इस सूचकांक में देशों का आकलन 80 से अधिक संकेतकों के आधार पर किया जाता है, जिनमें बौद्धिक संपदा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा, उद्योग और अनुसंधान शामिल हैं।
17वें वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में किस देश को प्रथम स्थान दिया गया है?
17वें वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में स्विट्जरलैंड को प्रथम स्थान दिया गया है। स्विट्जरलैंड ने लगातार नवाचार में अपनी अग्रणी भूमिका बनाए रखी है और अपने अनुसंधान संस्थानों, उच्च-तकनीकी उद्योगों और सरकारी नीतियों के कारण शीर्ष पर बना हुआ है।
17वें वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में कौन सा देश सबसे निचले स्थान पर था?
वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में सबसे निचले स्थान पर अंगोला देश था। गिनी को इस सूचकांक में 133वां स्थान प्राप्त हुआ है। इस देश में नवाचार और शोध में संसाधनों की कमी और निवेश का अभाव इसके खराब प्रदर्शन का मुख्य कारण है।
17वें वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 के शीर्ष 100 विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्लस्टर में सर्वोच्च स्थान वाला भारतीय क्लस्टर कौन सा है?
17वें वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 के अनुसार, बेंगलुरु (Bengaluru) भारतीय क्लस्टर ने शीर्ष 100 विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्लस्टर्स में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। यह क्लस्टर भारतीय आईटी उद्योग, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी नवाचार के केंद्र के रूप में उभरा है, जिससे यह भारत का अग्रणी क्लस्टर बना हुआ है।
वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 क्या है?
वैश्विक नवाचार सूचकांक (Global Innovation Index) 2024, विश्व के विभिन्न देशों में नवाचार के स्तर को मापने वाला एक सूचकांक है। यह विभिन्न मापदंडों के आधार पर देशों की रैंकिंग करता है जैसे कि अनुसंधान, तकनीकी विकास, बौद्धिक संपदा और उद्योग की प्रगति।
वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में कौन से देश शीर्ष पर हैं?
वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में स्विट्जरलैंड, स्वीडन, और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देश शीर्ष पर हैं। ये देश अनुसंधान और विकास में अपनी मजबूत निवेश और नवाचार के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं।
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