भारत में H-125 हेलीकॉप्टर्स का निर्माण होगा: टाटा ग्रुप और एयरबस की साझेदारी

भारत में H-125 हेलीकॉप्टर्स का निर्माण होगा: टाटा ग्रुप और एयरबस की साझेदारी

भारत में रक्षा और एविएशन इंडस्ट्री की ताकत को बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। टाटा ग्रुप और एयरबस ने मिलकर भारत में H-125 हेलीकॉप्टर्स के निर्माण की घोषणा की है। यह कदम न केवल भारतीय रक्षा बलों की क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि भारतीय इंडस्ट्री को भी मजबूती प्रदान करेगा। 

यह हेलीकॉप्टर अपनी सटीकता, विश्वसनीयता और कार्यक्षमता के लिए जाना जाता है और अब इसका निर्माण भारत में ही किया जाएगा।

टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड (Tata Advance Systems Limited - TASL) और एयरबस हेलीकॉप्टर्स के बीच H - 125 हेलीकॉप्टर्स को लेकर समझौता हुआ। इन  हेलीकॉप्टर्स को भारत में बनाने के लिए फाइनल एसेंबली लाइन (Final Assembly Line - FAL) को स्थापित किया जाएगा।

मेड इन इंडिया H-125 हेलीकॉप्टर की डिलीवरी 2026 में शुरू होगी। FAL की स्थापना के लिए योजना की घोषणा एयरबस के कार्यकारी प्रमुख गिलौम फाउरी और टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने की थी।

H-125 दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर है। यह दुनिया का इकलौता हेलीकॉप्टर है, जिसने माउंट एवरेस्ट पर लैंडिंग की है इसे फ्रांस में एयरोस्पेटिएल और यूरकोप्टर ने बनाया है।

भारत में H-125 हेलीकॉप्टर्स का निर्माण होगा: टाटा ग्रुप और एयरबस की साझेदारी

भारत में H-125 हेलीकॉप्टर्स का निर्माण होगा: टाटा ग्रुप और एयरबस की साझेदारी

भारत में H-125 हेलीकॉप्टर का निर्माण अब टाटा ग्रुप और एयरबस द्वारा किया जाएगा। जानें इस महत्वपूर्ण परियोजना की खास बातें, कीमत, और निर्माण से जुड़ी जानकारियां।

भारत में एयरबस और टाटा समूह मिलकर H-125 हेलीकॉप्टर बनाएंगे: 

एयरबस भारत में H125 हेलीकॉप्टर के लिए अपनी पहली असेंबली लाइन स्थापित करेगी, जिसका लक्ष्य टाटा समूह के सहयोग से 2026 तक भारत में निर्मित पहली बार रोलआउट करना है

एयरबस और टाटा समूह ने 26 जनवरी, 2024 को H-125 हेलीकॉप्टर बनाने के लिए समझौता किया था. 

एयरबस, भारत में H-125 हेलीकॉप्टर के लिए अपनी पहली असेंबली लाइन स्थापित करेगी. 

एयरबस ने भारत में H-125 हेलीकॉप्टर की असेंबली लाइन के लिए आठ जगहों को चुना है. 

भूमिपूजन समारोह इस साल अक्टूबर या नवंबर में होने की उम्मीद है. 

एयरबस, 2026 में पहला "मेड इन इंडिया" H-125 हेलीकॉप्टर लॉन्च करेगा. 

यह सुविधा 2026 में चालू हो जाएगी और इसकी डिलीवरी 2026 के अंत में शुरू होने की उम्मीद है. 

H-125 हेलीकॉप्टर के बारे में कुछ खास बातें: 

यह एक सिंगल इंजन वाला हेलीकॉप्टर है. 

यह किसी भी मौसम में उड़ान भर सकता है. 

यह माउंट एवरेस्ट पर उतरने वाला एकमात्र हेलीकॉप्टर है. 

यह अग्निशमन, सुरक्षा अभियानों, बचाव, हवाई एम्बुलेंस, यात्री परिवहन और कई अन्य विशिष्ट मिशनों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. 

यह एक मल्टी-मिशन वर्कहॉर्स है. 

इसमें छह लोग बैठ सकते हैं. 

समस्या (Problem)

भारत अपनी सुरक्षा के लिए अधिकतर हेलीकॉप्टर्स और विमानों का आयात करता रहा है। इससे न केवल विदेशी मुद्रा का नुकसान होता है, बल्कि भारतीय इंडस्ट्री भी इस सेक्टर में पिछड़ रही थी। देश के भीतर हेलीकॉप्टरों का निर्माण न होने से स्वदेशी तकनीक और क्षमता में भी कमी रही है। 

वर्तमान स्थिति में, भारतीय वायुसेना और सिविल एविएशन सेक्टर को तेजी से बढ़ने की जरूरत है, लेकिन उपकरणों की उपलब्धता में कमी एक बड़ी चुनौती है।

उत्तेजना (Agitation)

भारतीय रक्षा बल और अन्य एजेंसियां सालों से उच्च गुणवत्ता वाले हेलीकॉप्टरों पर निर्भर हैं, लेकिन इनका आयात होने के कारण इन्हें समय पर उपलब्ध कराना मुश्किल हो रहा है। साथ ही, हर आयात किए गए हेलीकॉप्टर की कीमत भी काफी ज्यादा होती है। 

इससे सरकार के बजट पर भारी दबाव पड़ता है। अगर हम स्वदेशी निर्माण को प्रोत्साहित करें तो इससे देश के रक्षा तंत्र में आत्मनिर्भरता आएगी।

इसके अलावा, हेलीकॉप्टर निर्माण से न केवल रक्षा बलों को मदद मिलेगी, बल्कि देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। भारत के युवाओं के पास नई तकनीक और एविएशन सेक्टर में काम करने का मौका मिलेगा।

समाधान (Solution)

अब इस समस्या का समाधान सामने आया है। टाटा ग्रुप और एयरबस ने मिलकर भारत में H-125 हेलीकॉप्टर का निर्माण करने का फैसला किया है। 

यह हेलीकॉप्टर अपने लाइट वेट, मल्टी-परपस उपयोग और कम लागत के लिए प्रसिद्ध है। इसका निर्माण भारत में होने से न केवल लागत में कमी आएगी, बल्कि इससे रक्षा और सिविल दोनों क्षेत्रों में बड़ी मदद मिलेगी।

H-125 हेलीकॉप्टर के बारे में तथ्यात्मक जानकारी

H-125 हेलीकॉप्टर को एयरबस द्वारा डिज़ाइन किया गया है, जो कि दुनिया के सबसे भरोसेमंद और मजबूत हेलीकॉप्टरों में से एक है। इस हेलीकॉप्टर का उपयोग कई अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किया जाता है जैसे कि पुलिस, एयर रेस्क्यू, कमर्शियल फ्लाइट्स, और फायर फाइटिंग। इसका निर्माण अब भारत में किया जाएगा, जो देश के एविएशन सेक्टर के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है।

भारत में H-125 हेलीकॉप्टर्स का निर्माण होगा: टाटा ग्रुप और एयरबस की साझेदारी

H-125 हेलीकॉप्टर निर्माण के बारे में अहम जानकारियाँ

1. टाटा ग्रुप और एयरबस द्वारा H-125 हेलीकॉप्टर का निर्माण कहां किया जाएगा?

H-125 हेलीकॉप्टर का निर्माण गुजरात के वडोदरा में किया जाएगा। यह फैक्ट्री एक बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनेगा, जहां पर स्वदेशी तकनीक और टाटा ग्रुप की विशेषज्ञता के साथ निर्माण किया जाएगा।

2. भारत में ओरिजिनल हेलीकॉप्टर की कीमत क्या है?

H-125 हेलीकॉप्टर की कीमत लगभग 40-45 करोड़ रुपये है। हालांकि, इसका निर्माण भारत में होने से इसकी कीमत में कमी आ सकती है और भारतीय बाजार के लिए किफायती साबित हो सकता है।

3. भारत का सबसे महंगा हेलीकॉप्टर कौन सा है?

भारत का सबसे महंगा हेलीकॉप्टर Boeing AH-64 Apache है, जिसकी कीमत लगभग 315 करोड़ रुपये है। यह हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है।

4. H-125 का निर्माण कहां किया जाता है?

H-125 का निर्माण मूल रूप से फ्रांस में एयरबस हेलीकॉप्टर्स द्वारा किया जाता है। अब इसका निर्माण भारत में टाटा और एयरबस की साझेदारी से किया जाएगा, जिससे भारत की स्वदेशी निर्माण क्षमता को बढ़ावा मिलेगा।

5. कौन सी टाटा कंपनी भारत में हेलीकॉप्टरों का निर्माण करेगी?

टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) भारत में H-125 हेलीकॉप्टर का निर्माण करेगी। यह कंपनी भारत में रक्षा और एविएशन क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभा रही है और इस परियोजना में भी प्रमुख भागीदार है।

H-125 हेलीकॉप्टर के निर्माण के फायदे

1. लागत में कमी: आयातित हेलीकॉप्टर की तुलना में भारत में बने H-125 हेलीकॉप्टर की कीमत कम होगी। यह भारतीय बाजार के लिए फायदेमंद साबित होगा।

2. रोजगार के अवसर: हेलीकॉप्टर निर्माण परियोजना से देश में हजारों नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इससे भारतीय युवाओं को नई तकनीक सीखने का मौका मिलेगा।

3. आत्मनिर्भर भारत: यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को मजबूती प्रदान करेगी। इससे भारत की रक्षा और एविएशन इंडस्ट्री में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।

4. टेक्नोलॉजी ट्रांसफर: एयरबस से उन्नत तकनीक का भारत में ट्रांसफर होगा, जिससे भारतीय कंपनियों को उच्च स्तरीय एविएशन टेक्नोलॉजी प्राप्त होगी।

भारत में H-125 हेलीकॉप्टर्स का निर्माण होगा: टाटा ग्रुप और एयरबस की साझेदारी

H-125 हेलीकॉप्टर का भारत में निर्माण भारतीय एविएशन सेक्टर के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा। इससे न केवल भारतीय सेना की ताकत बढ़ेगी, बल्कि देश में स्वदेशी निर्माण को भी प्रोत्साहन मिलेगा। टाटा ग्रुप और एयरबस की साझेदारी से भारत आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम और बढ़ रहा है, जिससे रक्षा और सिविल एविएशन में देश की भूमिका और मजबूत होगी।

टाटा ग्रुप और एयरबस ने एच125 नागरिक हेलीकोप्टर निर्माण के लिए किया हस्ताक्षर

26 जनवरी 2024 को टाटा समूह और फ्रांस के एयरबस ने "महत्वपूर्ण स्वदेशी और स्थानीयकरण घटक के साथ" नागरिक हेलीकॉप्टर बनाने के लिए एक समझौता किया है। इस समझौते के तहत दोनों कंपनियाँ H125 हेलीकॉप्टरों का निर्माण करेगी जो फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की नई दिल्ली यात्रा के दौरान किए गए है।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत की यात्रा के दौरान यह समझौता किया ।

इमैनुएल मैक्रॉन की इस यात्रा के बीच दोनों कंपनियों ने इस समझौते को अंतिम रूप दिया है। इसके तहत टाटा और एयरबस मिलकर एच125 हेलीकॉप्टरों के उत्पादन  के लिए काम करेंगी। 

एच125 हेलीकॉप्टर का निर्माण कहाँ किया जाएगा? 

इसका उत्पादन  गुजरात के वडोदरा में किया जाएगा । एयरबस और टाटा ग्रुप द्वारा संयुक्त रूप से निर्माण किए जाने वाले एच125 हेलीकॉप्टर एक सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर है।

व्यावसायिक उपयोग के लिए होगा निर्माण: 

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, ये हेलीकाप्टर कमर्शियल यूज के लिए बनाए जाएंगे। टाटा ग्रुप की टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड कंपनी (टीएएसएल) इन हेलीकॉप्टरों के लिए असेम्बली लाइन मैनेज करेगी। 

इसके निर्माण से जुड़े अधिकारियों के अनुसार बाजार में इच्छुक खरदीदरों द्वारा पहले से ही 600 से 800 हेलीकाप्टरों की मांग है। इन हेलीकाप्टरों का उत्पादन  गुजरात के वडोदरा में किया जाएगा । 

सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का भी करेंगे निर्माण:  

टाटा-एयरबस दोनों कंपनियां वडोदरा फैसिलिटी में ही कम से कम 40 सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी बनाएंगी। इसकी देखरेख टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड करेगी।

भारत और फ्रांस के बीच मजबूत होते रक्षा संबंध: 

भारत और फ्रांस के बीच बढ़ते संबंधों ने राजनयिक संबंधों को मजबूत करने में योगदान दिया है। इसमें विशेष रूप से रक्षा, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष क्षेत्र में दोनों देशों के तेजी से संबंध बढ़ रहे हैं। दोनों देशों के मध्य किए गए हाल के टाटा-एयरबस एच125 सौदे से भारत में इन हेलीकॉप्टरों की बढ़ती मांग के पूरा होने की उम्मीद है। ये मांगे विभिन्न क्षेत्रों में हैं।

वैसे दोनों देश यहां पहले से ही मिलकर 40 C295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बना रहीं हैं। सितंबर 2021 में भारत ने एयरबस डिफेंस एंड स्पेस (ADSpace) के साथ लगभग 21,000 करोड़ रुपये की डील की थी। 

इसमें पुराने एवरो-748 की जगह C-295 एयरक्राफ्ट खरीदने को लेकर साझेदारी की गई थी। इस दौरान 56 विमानों की मांग की गई थी, इनमें से 40 विमान गुजरात के वडोदरा में बनाए जा रहे हैं। 

आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम को बल: 

‘फाइनल असेंबली लाइन’ (एफएएल) निजी क्षेत्र के भारत में हेलीकॉप्टर विनिर्माण सुविधा स्थापित करने का पहला उदाहरण होगा। यह भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ कार्यक्रम को गति देगा। 

भारत में H-125 हेलीकॉप्टर्स का निर्माण होगा: टाटा ग्रुप और एयरबस की साझेदारी

“हेलीकॉप्टर राष्ट्र निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं। एक 'मेड-इन-इंडिया' सिविल हेलीकॉप्टर न केवल आत्मविश्वास से भरे नए भारत का प्रतीक होगा, बल्कि देश में हेलीकॉप्टर बाजार की वास्तविक क्षमता को भी उजागर करेगा।

भारत की पहली हेलीकॉप्टर असेंबली सुविधा स्थापित करेगा  टाटा समूह :  

टाटा समूह निजी क्षेत्र में भारत की पहली हेलीकॉप्टर असेंबली सुविधा स्थापित करके खुश है। इस सुविधा में भारतीय और निर्यात बाजारों के लिए दुनिया के सबसे ज्यादा बिकने वाले एयरबस एच125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर के लिए एयरबस के साथ साझेदारी में अंतिम असेंबली लाइन होगी।

एच125 हेलीकॉप्टर का उपयोग: 

यह मल्टी-मिशन वर्कहॉर्स यात्री और माल परिवहन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।

इसका उपयोग आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं (एचईएमएस), आपदा प्रबंधन, कानून प्रवर्तन, पर्यटन और हवाई कार्य मिशन जैसे क्षेत्रों के लिए भी किया जाएगा।

टाटा संस के चेयरमैन, एन.चंद्रशेखरन

एयरबस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गुइलाम फाउरी


FAQ

H-125 हेलीकॉप्टर की मुख्य विशेषताएं क्या हैं?

H-125 हेलीकॉप्टर एक लाइट वेट हेलीकॉप्टर है जो पुलिस, फायर फाइटिंग, और एयर रेस्क्यू जैसे कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है। इसकी लंबी रेंज और उच्च प्रदर्शन क्षमता इसे खास बनाती है।

क्या H-125 हेलीकॉप्टर सिविल और मिलिट्री दोनों उपयोगों के लिए उपयुक्त है?

हाँ, H-125 हेलीकॉप्टर को सिविल और मिलिट्री दोनों क्षेत्रों में उपयोग किया जा सकता है। यह एक मल्टी-परपस हेलीकॉप्टर है।

टाटा और एयरबस की साझेदारी से भारत को क्या लाभ होगा?

इस साझेदारी से भारत में हेलीकॉप्टर निर्माण होगा, जिससे आयात पर निर्भरता घटेगी और देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

H-125 हेलीकॉप्टर की मैक्सिमम स्पीड क्या है?

H-125 हेलीकॉप्टर की मैक्सिमम स्पीड करीब 287 किमी/घंटा है, जो इसे तेज और सटीक ऑपरेशन्स के लिए उपयुक्त बनाती है।

क्या भारत में बने H-125 हेलीकॉप्टर का निर्यात भी किया जाएगा?

हाँ, भारत में बने H-125 हेलीकॉप्टर का निर्यात भी किया जा सकता है, जिससे देश की विदेशी मुद्रा आय में वृद्धि होगी।

भारत में H-125 हेलीकॉप्टर के निर्माण से कौन से सेक्टर को फायदा होगा?

इस हेलीकॉप्टर के निर्माण से रक्षा, एविएशन, और सिविल सेक्टर को सीधे फायदा होगा।

जनवरी 2024 में भारत ने किस देश के साथ एच125 हेलीकॉप्टरों के निर्माण के लिए समझौता किया है?

जनवरी 2024 में भारत ने फ्रांस के साथ एच125 हेलीकॉप्टरों के निर्माण के लिए समझौता किया है। यह समझौता भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए किया गया है।

एच125 हेलीकॉप्टरों का निर्माण किन दो निजी कंपनियों द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा?

एच125 हेलीकॉप्टरों का निर्माण टाटा समूह और एयरबस की दो निजी कंपनियों द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।

एच125 हेलीकॉप्टरों के निर्माण किस स्थान पर किया जाएगा?

एच125 हेलीकॉप्टरों का निर्माण गुजरात के वड़ोदरा में किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य भारत में रक्षा उत्पादन को आत्मनिर्भर बनाना है।

गुजरात के वड़ोदरा में ‘एच125 हेलीकॉप्टर’ का निर्माण किए जाने वाले हेलीकाप्टर की मुख्य विशेषता क्या है?

एच125 हेलीकॉप्टर की मुख्य विशेषता उसकी उन्नत टेक्नोलॉजी और हल्के वजन की डिजाइन है, जिससे यह पहाड़ी क्षेत्रों और कठिन परिस्थितियों में आसानी से संचालित हो सकता है।

टाटा समूह और एयरबस द्वारा संयुक्त रूप से ‘एच125 हेलीकॉप्टर’ का निर्माण किए जाने वाले हेलीकाप्टर का मुख्य उपयोग क्या है?

टाटा समूह और एयरबस द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित एच125 हेलीकॉप्टर मुख्य रूप से सीमा सुरक्षा, निगरानी और आपदा प्रबंधन में उपयोग किया जाएगा।

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