भारत-कजाकिस्तान का संयुक्त सैन्य अभ्यास 'काजिंद-2024' औली में शुरू
भारत और कजाकिस्तान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास 'काजिंद-2024' का आयोजन इस बार उत्तराखंड के औली में हो रहा है। भारत-कजाकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास काजिंद- 2024 का आठवां संस्करण आज उत्तराखंड के औली में शुरू हो गया है। यह अभ्यास 13 अक्तूबर तक चलेगा।
यह अभ्यास भारतीय सेना और कजाकिस्तान की सेना के बीच आपसी सैन्य सहयोग, रणनीति और अनुभव साझा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच आतंकवाद विरोधी अभियानों में कौशल को बढ़ाना है।
भारत-कजाकिस्तान का संयुक्त सैन्य अभ्यास उत्तराखंड में शुरू
30 सितंबर भारत और कजाकिस्तान की सेनाओं के बीच एक संयुक्त अभ्यास सोमवार को शुरू हुआ जिसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मानदंडों के तहत उप-परंपरागत परिदृश्य में आतंकवाद रोधी अभियान संचालित करने के लिए दोनों पक्षों की सैन्य क्षमता को बढ़ाना है।
अभ्यास का महत्व:
1. सैन्य संबंधों को मजबूत करना: यह अभ्यास भारत और कजाकिस्तान के बीच बढ़ते रक्षा संबंधों का प्रतीक है।
2. आतंकवाद से निपटने की तैयारी: इस संयुक्त अभ्यास में विशेष रूप से आतंकवाद और उग्रवाद से निपटने के लिए सैन्य ऑपरेशनों की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
3. उन्नत सैन्य प्रशिक्षण: औली जैसे कठिन पर्वतीय इलाके में यह अभ्यास विशेष सैन्य कौशल को उन्नत करेगा, जो भविष्य के अभियानों में मददगार हो सकता है।
4. क्षेत्रीय स्थिरता: इस अभ्यास से न सिर्फ दोनों देशों के संबंधों में मजबूती आएगी, बल्कि यह क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देगा।
काजिंद अभ्यास का इतिहास:
'काजिंद' भारत और कजाकिस्तान के बीच सालाना होने वाला सैन्य अभ्यास है। इसकी शुरुआत 2016 में हुई थी और यह हर साल दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है।
पिछले वर्षों में यह अभ्यास अन्य स्थानों पर हुआ था, लेकिन 2024 में इसे उत्तराखंड के औली में किया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ‘अभ्यास काजिंद’ का आठवां संस्करण उत्तराखंड के औली स्थित ‘सूर्य फॉरेन ट्रेनिंग नोड’ में शुरू हुआ।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 2016 से हर साल आयोजित होने वाला यह अभ्यास 13 अक्टूबर को समाप्त होगा। इस अभ्यास का पिछला संस्करण 30 अक्टूबर से 11 नवंबर तक कजाकिस्तान के ओटार में आयोजित किया गया था।
अभ्यास में भारतीय सशस्त्र बलों के 120 जवान हिस्सा ले रहे हैं जिसमें कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन, अन्य अंगों के साथ-साथ भारतीय वायु सेना के कर्मी भी शामिल हैं।
मंत्रालय ने कहा कि कजाकिस्तान की टुकड़ी में मुख्य रूप से थलसेना और वायुसेना के कर्मी हैं।
संयुक्त अभ्यास के उद्घाटन समारोह में कजाकिस्तान सैन्य टुकड़ी के कमांडर कर्नल करिबायेव नूरलान सेरिकबायेविच और भारतीय सैन्य टुकड़ी के कमांडर कर्नल योगेश उपाध्याय ने भाग लिया।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय सात के तहत उप-पारंपरिक परिदृश्य में आतंकवाद रोधी अभियान संचालित करने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना है।’’
भारत-कजाकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास 'काजिंद' के सभी संस्करणों का विवरण:
भारत और कजाकिस्तान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास 'काजिंद' की शुरुआत 2016 में हुई थी। यह अभ्यास दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सालाना आयोजित किया जाता है। अब तक इसके कुल 8 संस्करण हो चुके हैं।
सभी संस्करणों का विवरण:
1. पहला संस्करण (2016)
स्थान: कराघांडा, कजाकिस्तान
तारीख: 27 सितंबर - 10 अक्टूबर 2016
विवरण: इस अभ्यास का पहला संस्करण कजाकिस्तान के कराघांडा क्षेत्र में हुआ था, जिसमें दोनों देशों के जवानों ने हिस्सा लिया था।
2. दूसरा संस्करण (2017)
स्थान: बकलोह, हिमाचल प्रदेश, भारत
तारीख: 15 नवंबर - 29 नवंबर 2017
विवरण: दूसरा अभ्यास हिमाचल प्रदेश के बकलोह में आयोजित किया गया था। इसमें पर्वतीय और जंगल क्षेत्रों में सैन्य अभियानों का अभ्यास किया गया।
3. तीसरा संस्करण (2018)
स्थान: ओतर, कजाकिस्तान
तारीख: 10 सितंबर - 23 सितंबर 2018
विवरण: तीसरे संस्करण का आयोजन कजाकिस्तान के ओतर में हुआ। इस दौरान आतंकवाद-रोधी अभियानों पर जोर दिया गया।
4. चौथा संस्करण (2019)
स्थान: पिथौरागढ़, उत्तराखंड, भारत
तारीख: 2 अक्टूबर - 15 अक्टूबर 2019
विवरण: चौथे संस्करण का आयोजन पिथौरागढ़ में हुआ, जहां कठिन पर्वतीय क्षेत्रों में ऑपरेशन की रणनीतियों का अभ्यास किया गया।
5. पाँचवा संस्करण (2021)
स्थान: आइरिस्टी क्षेत्र, कजाकिस्तान
तारीख: 30 अगस्त - 11 सितंबर 2021
विवरण: कोविड-19 के कारण 2020 में अभ्यास नहीं हो सका, और पाँचवा संस्करण कजाकिस्तान के आइरिस्टी क्षेत्र में 2021 में आयोजित किया गया।
6. छठा संस्करण (2022)
स्थान: उमरोई, मेघालय, भारत
तारीख: 15 दिसंबर - 28 दिसंबर 2022
विवरण: छठा संस्करण भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में आयोजित हुआ, जहाँ जंगलों में युद्ध करने की तकनीक और आतंकवाद विरोधी अभियानों का अभ्यास किया गया।
7. सातवां संस्करण (2023)
स्थान: अयाबुलक/ओटार , कजाकिस्तान
तारीख: 8 अगस्त - 20 अगस्त 2023
8. आठवां संस्करण (2024)
स्थान: औली, उत्तराखंड, भारत
तारीख: सितंबर 2024 (30 सितम्बर - 13 अक्टूबर 2024)
विवरण: सातवां और नवीनतम संस्करण औली के पहाड़ी इलाके में आयोजित किया जा रहा है, जो दोनों सेनाओं के बीच पहाड़ी युद्ध कौशल और रणनीतियों के आदान-प्रदान पर केंद्रित है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
अभ्यास 'काजिंद' का मुख्य उद्देश्य: आतंकवाद विरोधी अभियानों और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में संचालन की दक्षता को बढ़ावा देना है।
काजिंद-2024: औली, उत्तराखंड में हो रहा 8वां संस्करण है, जहां दोनों देशों के सैनिक पहाड़ी युद्ध कौशल का अभ्यास करेंगे।
काजिंद-2024: भारत और कजाकिस्तान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास।
स्थान: औली, उत्तराखंड।
उद्देश्य: आतंकवाद विरोधी अभियानों और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना।
शुरुआत: 2016।
संयुक्त अभ्यास से रक्षा सहयोग भी बढ़ेगा और दोनों मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
काजिंद-2024' का आयोजन दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को नई ऊंचाईयों तक ले जाने का प्रयास है। यह अभ्यास न केवल सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि कूटनीतिक और सामरिक रिश्तों को मजबूत करने में भी सहायक सिद्ध होगा।
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