इब्सामार (IBSAMAR) VII: भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका की नौसेनाओं के बीच संयुक्त समुद्री अभ्यास
इब्सामार VII समुद्री अभ्यास 2022 भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका की नौसेनाओं के बीच एक महत्त्वपूर्ण संयुक्त अभियान है। इस अभ्यास के उद्देश्य, भागीदारी और रणनीतिक महत्व के बारे में विस्तार से जानें।
इब्सामार (IBSAMAR) भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका की नौसेनाओं के बीच संयुक्त समुद्री अभ्यास है। इसका सातवां संस्करण 10-12 अक्तूबर 2022 को दक्षिण अफ्रीका के पोर्ट गकेबेरहा में आयोजित किया गया। यह अभ्यास इन देशों के बीच समुद्री सुरक्षा और रणनीतिक संबंधों को मज़बूत करने के उद्देश्य से होता है। IBSAMAR इब्सा त्रिपक्षीय रक्षा सहयोग का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है।
इसका पिछला संस्करण (इब्सामार VI) वर्ष 2018 में दक्षिण अफ्रीका के सिमंस टाउन में आयोजित किया गया था।
गकेबेरहा पोर्ट एलिजाबेथ के रूप में भी जाना जाता है।
इब्सामार VII की महत्त्वपूर्ण बातें:
1. समुद्री सुरक्षा पर फोकस – यह अभ्यास समुद्री सुरक्षा, समुद्री खतरों से निपटने और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।
2. भारतीय नौसेना की भागीदारी – भारत की तरफ से आईएनएस तरकश, चेतक हेलीकॉप्टर और मरीन कमांडो फोर्स (MARCOS) के कर्मियों ने इस अभ्यास में भाग लिया।
3. पेशेवर प्रशिक्षण – बंदरगाह चरण के दौरान विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों जैसे अग्निशमन, क्षति नियंत्रण और VBSS (मुल्लों पर बोर्डिंग) के व्याख्यान आयोजित किए गए।
IBSAMAR VII का रणनीतिक महत्व:
इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त नौसेनिक गतिविधियों के माध्यम से सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना, समुद्री खतरों का मुकाबला करना और इन देशों के बीच रक्षा सहयोग को मज़बूत करना है। इसके माध्यम से अंतर-संचालन क्षमता में सुधार आता है, जिससे ये तीनों देश समुद्री चुनौतियों से मिलकर निपट सकते हैं।
IBSA के बारे में:
IBSA (इंडिया, ब्राज़ील, साउथ अफ्रीका) एक त्रिपक्षीय संगठन है जो दक्षिण-दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है। इसका गठन 2003 में ब्रासीलिया घोषणा के तहत हुआ था। यह तीनों देश आपस में आर्थिक, सामाजिक और रक्षा संबंधों को मज़बूत करने के लिए मिलकर काम करते हैं।
दक्षिण-दक्षिण सहयोग (SSC) का विचार कोई नया नहीं है बल्कि इस फोरम के उद्भव की पहल बांडुंग सम्मेलन 1955, गुटनिरपेक्ष आंदोलन 1961, G77 समूह, अंकटाड, ब्यूनस आयर्स प्लान ऑफ एक्शन-1978 और वर्ष 2009 की नैरोबी घोषणा में देखी जा सकती है।
गठन:
इस समूह को औपचारिक रूप और IBSA संवाद मंच/फोरम का नाम उस दौरान दिया गया जब तीनों देशों के विदेश मंत्रियों ने 6 जून, 2003 को ब्रासीलिया (ब्राज़ील) में मुलाकात की और ब्रासीलिया घोषणा जारी की गई।
मुख्यालय:
IBSA का कोई मुख्यालय या स्थायी कार्यकारी सचिवालय नहीं है।
IBSA फंड/कोष:
वर्ष 2004 में इस कोष की स्थापना की गई। IBSA कोष (भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका में गरीबी एवं भूख उन्मूलन सुविधा) एक अनूठा कोष है जिसके माध्यम से सदस्य विकासशील देशों में इब्सा वित्तपोषण के साथ विकास परियोजनाओं को निष्पादित किया जाता है।
इस कोष का प्रबंधन संयुक्त राष्ट्र (UN) ऑफिस फॉर साउथ-साउथ कोऑपरेशन (UNOSSC) द्वारा किया जाता है। प्रत्येक IBSA सदस्य देश को इस कोष में प्रतिवर्ष 1 मिलियन डालर का योगदान करना आवश्यक है।
भारत के अन्य समुद्री अभ्यास:
थाईलैंड: भारत-थाईलैंड समन्वित गश्ती (भारत-थाई CORPAT)
युनाइटेड किंगडम: कोंकण - शक्ति
इंडोनेशिया: समुद्र शक्ति
सिंगापुर: सिंगापुर-भारत समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास (SIMBEX)
कतर: जायरे-अल-बहर
जापान: समुद्री साझेदारी अभ्यास (MPX)
IBSAMAR के विभिन्न संस्करणों का विवरण:
1. IBSAMAR I (2008)
स्थान: दक्षिण अफ्रीका के सिमंस टाउन
विवरण: इस अभ्यास का पहला संस्करण 2008 में हुआ, जिसमें तीनों देशों ने समुद्री सुरक्षा के साझा हितों को बढ़ावा देने के लिए भाग लिया। इसका मुख्य उद्देश्य समुद्री खतरों से निपटने के लिए समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देना था।
2. IBSAMAR II (2010)
स्थान: दक्षिण अफ्रीका के तट
विवरण: दूसरे संस्करण में, तीनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री सुरक्षा और ऑपरेशनल प्रक्रियाओं में सुधार लाने के लिए मिलकर अभ्यास किया। इस अभ्यास में समन्वित प्रयासों के माध्यम से समुद्री संचालन और सुरक्षा उपायों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
3. IBSAMAR III (2012)
स्थान: दक्षिण अफ्रीका का समुद्री क्षेत्र
विवरण: इस संस्करण में भाग लेने वाले देशों की नौसेनाओं ने अपने रक्षा और नौसेना क्षमताओं का प्रदर्शन किया। इसमें जहाजों और हवाई उपकरणों के उपयोग के साथ समुद्री युद्ध अभ्यास शामिल था।
4. IBSAMAR IV (2014)
स्थान: सिमंस टाउन, दक्षिण अफ्रीका
विवरण: IBSAMAR IV में भाग लेने वाले तीनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री खतरों का मुकाबला करने के लिए एक उच्च-स्तरीय संयुक्त अभ्यास किया। इसमें विशेष रूप से सबमरीन संचालन और संयुक्त हवाई और समुद्री अभियानों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
5. IBSAMAR V (2016)
स्थान: भारत के गोवा तट
विवरण: इस संस्करण में अभ्यास को भारतीय तट पर आयोजित किया गया, जिसमें समुद्री सुरक्षा, समुद्री गश्ती और बचाव अभियानों पर ध्यान दिया गया। अभ्यास में भाग लेने वाले देशों ने समुद्री संचालन के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।
6. IBSAMAR VI (2018)
स्थान: सिमंस टाउन, दक्षिण अफ्रीका
विवरण: यह संस्करण 2018 में आयोजित किया गया था, जिसमें समुद्री सुरक्षा के अतिरिक्त अभ्यास जैसे अग्निशमन, जहाज पर आग का नियंत्रण और सैन्य अभियानों का अभ्यास किया गया। यह अभ्यास तीनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और मज़बूत करने पर केंद्रित था।
7. IBSAMAR VII (2022)
स्थान: पोर्ट गकेबेरहा (पोर्ट एलिजाबेथ), दक्षिण अफ्रीका
विवरण: इब्सामार VII का आयोजन 10-12 अक्तूबर 2022 को किया गया। इसमें भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व आईएनएस तरकश, चेतक हेलीकॉप्टर और MARCOS कमांडो द्वारा किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा देना, समुद्री खतरों से निपटने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना और तीनों देशों के बीच समन्वय को मज़बूत करना था।
8. IBSAMAR VIII ( 2024)
स्थान: दक्षिण अफ्रीका के साइमन टाउन
विवरण: भारतीय नौसेना का अग्रणी स्टील्थ फ्रिगेट, आईएनएस तलवार, 06 अक्टूबर 24 को IBSAMAR के आठवें संस्करण में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका के साइमन टाउन पहुंचा।
IBSAMAR, भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका नौसेनाओं के बीच 06 से 18 अक्टूबर 2024 तक होने वाला एक संयुक्त बहुराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास है।
IBSAMAR अभ्यास भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक महत्त्वपूर्ण समुद्री सहयोग मंच है। यह अभ्यास तीनों देशों के बीच न केवल नौसेना की क्षमताओं में सुधार लाने के लिए आयोजित किया जाता है, बल्कि समुद्री खतरों से निपटने और समुद्री सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देता है।
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इब्सामार VII क्या है?
इब्सामार VII भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका की नौसेनाओं के बीच संयुक्त बहुराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास है, जो 10-12 अक्तूबर 2022 को दक्षिण अफ्रीका के पोर्ट गकेबेरहा में आयोजित किया गया था।
इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य तीनों देशों के बीच समुद्री सुरक्षा को मज़बूत करना, संयुक्त प्रशिक्षण करना और सामान्य समुद्री खतरों से निपटने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना है।
भारतीय नौसेना का इसमें क्या योगदान था?
भारतीय नौसेना ने इस अभ्यास में आईएनएस तरकश, चेतक हेलीकॉप्टर और MARCOS कमांडो के साथ भाग लिया।
IBSA का क्या मतलब है?
IBSA एक त्रिपक्षीय संगठन है जिसमें भारत, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। इसका उद्देश्य दक्षिण-दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देना है।
IBSA की स्थापना कब हुई?
IBSA की स्थापना 6 जून 2003 को ब्रासीलिया घोषणा के तहत की गई थी, जब तीनों देशों के विदेश मंत्रियों ने बैठक की थी।
IBSA का मुख्यालय कहाँ है?
IBSA का कोई स्थायी मुख्यालय या कार्यकारी सचिवालय नहीं है।
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