दक्षिण अफ्रीका में आठवां नौसैनिक अभ्यास इब्सामार VIII शुरू हुआ
भारतीय नौसेना का अग्रणी स्टील्थ फ्रिगेट, आईएनएस तलवार, 06 अक्टूबर 24 को IBSAMAR के आठवें संस्करण में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका के साइमन टाउन पहुंचा।
IBSAMAR, भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका नौसेनाओं के बीच 06 से 18 अक्टूबर 2024 तक होने वाला एक संयुक्त बहुराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास है।
इब्सामार VIII अभ्यास का परिचय
दक्षिण अफ्रीका, ब्राज़ील और भारत की नौसेनाओं के बीच बहुपक्षीय समुद्री अभ्यास IBSAMAR का 8वां संस्करण दक्षिण अफ्रीका में शुरू हो गया है, जो इन तीन समुद्री देशों के बीच सहयोग का एक और महत्वपूर्ण चरण है।
हर दो साल में आयोजित होने वाला यह अभ्यास तीनों देशों के बीच नेतृत्व बदलता है, जबकि दक्षिण अफ्रीका अपनी रणनीतिक भौगोलिक स्थिति के कारण स्थायी मेज़बान बना रहता है।
IBSAMAR अभ्यास का मुख्य उद्देश्य इन देशों की नौसेनाओं के बीच बेहतर तालमेल और समुद्री सुरक्षा को सशक्त बनाना है।
अभ्यास के चरण और अवधि
इस अभ्यास का एक हिस्सा पहले चरण के रूप में सिमन्स टाउन हार्बर में (7-9 अक्टूबर)
और दूसरा हिस्सा समुद्री चरण के रूप में फॉल्स बे और केप वेस्ट कोस्ट क्षेत्र में (10-16 अक्टूबर) होगा।
IBSAMAR अभ्यास में भाग लेने वाली नौसेनाएँ
दक्षिण अफ्रीकी नौसेना ने इस अभ्यास में अपने फ्रिगेट SAS अमाटोला को तैनात किया है, जिसे सुपर लिनक्स हेलीकॉप्टर, ऑरिक्स हेलीकॉप्टर और दो हॉक जेट्स का समर्थन प्राप्त है।
ब्राजील ने अपने नितरॉय क्लास फ्रिगेट BNS डिफेंसोरा के साथ सुपर लिनक्स हेलीकॉप्टर और एक विशेष बलों की टीम को भेजा है।
भारत इस अभ्यास में अपने फ्रिगेट INS तलवार, केए-31 एयरबोर्न अर्ली वार्निंग हेलीकॉप्टर और एक विशेष बल टीम के साथ भाग ले रहा है।
सहयोग का महत्व
रियर एडमिरल हैंडसम मत्साने (दक्षिण अफ्रीका) का बयान
दक्षिण अफ्रीकी नौसेना के फ्लैग ऑफिसर (फ्लीट) रियर एडमिरल हैंडसम मत्साने ने इस सहयोग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका समुद्री राष्ट्र हैं, जिनकी समुद्री सीमाएँ काफी व्यापक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं।
इसलिए इन जल क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए सहयोग अनिवार्य है। IBSAMAR 2024 अभ्यास के माध्यम से दक्षिण अफ्रीकी रक्षा बलों को अपने कौशल का परीक्षण करने और संयुक्त, अंतर-विभागीय और बहुराष्ट्रीय वातावरण में अपनी क्षमता को बढ़ाने का अवसर मिलेगा।”
अभ्यास निदेशक कैप्टन सिफिसो माजोज़ी की टिप्पणी
अभ्यास निदेशक कैप्टन सिफिसो माजोज़ी (एसए नौसेना) के मार्गदर्शन में इब्सामार का प्राथमिक उद्देश्य तीनों देशों की नौसेनाओं के बीच सामरिक तैयारियों और सहयोग को बढ़ावा देना है।
इसमें सामरिक संचालन, खोज और बचाव कार्यों और समुद्री सुरक्षा ड्रिल्स जैसे विभिन्न अभ्यास शामिल हैं। इस सहयोग के माध्यम से नौसेनाएँ अपनी ऑपरेशनल क्षमता को न केवल मजबूत करेंगी, बल्कि एक-दूसरे के बीच बेहतर समझ और तालमेल भी विकसित करेंगी।
कमांडर अल्मेडा मालोस कार्वाल्हो (ब्राज़ील) की टिप्पणी
ब्राजीलियाई नौसेना के जहाज डिफेंसोरा के कमांडर अल्मेडा मालोस डी कार्वाल्हो ने साझा ज्ञान की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “ब्राजील, भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सहयोग हमारी क्षेत्रीय सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के साझा दृष्टिकोण को दर्शाता है।
मुझे उम्मीद है कि यह अभ्यास हमारी तालमेल को मजबूत करेगा और हमें समुद्री चुनौतियों का समन्वित उत्तर देने के लिए प्रभावी रूप से तैयार करेगा।”
कैप्टन जितु जॉर्ज (भारत) की टिप्पणी
आईएनएस तलवार के कैप्टन जितु जॉर्ज ने भी इसी तरह की भावनाएँ व्यक्त करते हुए कहा, “इस तरह की बहुपक्षीय बातचीत दोस्ती के पुल के रूप में काम करती हैं, जो आपसी विश्वास बढ़ाती हैं और समान विचारधारा वाले देशों की नौसेनाओं के बीच एक शांतिपूर्ण समुद्री क्षेत्र और सकारात्मक समुद्री वातावरण के लिए बेहतर तालमेल स्थापित करती हैं।”
साझा समुद्री चुनौतियों पर ध्यान
संबोधित मुद्दे
IBSAMAR अभ्यास का एक प्रमुख पहलू साझा समुद्री चुनौतियों जैसे समुद्री लूट, अवैध मछली पकड़ने और नशीले पदार्थों की तस्करी से निपटना भी है।
इन नौसेनाओं द्वारा समन्वित प्रयास और सर्वोत्तम तरीकों को साझा करके, ये देश अपने जल क्षेत्रों की सुरक्षा को अधिक प्रभावी ढंग से सुनिश्चित कर सकते हैं और अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनों का पालन कर सकते हैं।
दक्षिण अफ्रीकी फ्रिगेट एसएएस अमाटोला के कमांडर कैप्टन डाइटर जोन्स ने इस अभ्यास के आपसी लाभों को रेखांकित करते हुए कहा, “हम अपने रिश्तों को बढ़ाने, ज्ञान का विस्तार करने, परंपराओं का आदान-प्रदान करने और सामान्य सिद्धांतों का अभ्यास करने के लिए बहुत प्रयास कर रहे हैं।
हम सभी का एक सामान्य हित है, और वह है समुद्र, विशेष रूप से हिंद महासागर और अटलांटिक महासागर।”
अभ्यास में तकनीकी प्रगति
भारतीय नौसेना की NISHAR प्रणाली का उपयोग
इस अभ्यास की एक प्रमुख तकनीकी विशेषता भारतीय नौसेना की NISHAR (Network for Information Sharing) प्रणाली का उपयोग है।
यह प्रणाली अभ्यास के दौरान नौसेनाओं के बीच निर्बाध संचार और जानकारी के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करती है, जिससे उनके संचालन का समन्वय और एक सामान्य ऑपरेटिंग चित्र विकसित करने की क्षमता बढ़ती है।
इस प्रकार भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के बीच संयुक्त समुद्री अभ्यास और सामरिक जानकारी साझा करने की क्षमता में वृद्धि होती है।
निष्कर्ष
कमांडर अल्मेडा मालोस डी कार्वाल्हो का उद्धरण
कमांडर अल्मेडा मालोस डी कार्वाल्हो ने इसे बहुत अच्छी तरह से संक्षेपित करते हुए कहा, “IBSAMAR हमारी रक्षा प्रतिक्रियाओं के स्तंभों में से एक है, जो हमारे राष्ट्रों के बीच उच्च शक्ति वाले सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान का प्रतीक है।”
"दक्षिण अफ्रीका में इब्सामार VIII नौसैनिक अभ्यास शुरू हुआ। इस बहुराष्ट्रीय अभ्यास में भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका की नौसेनाएँ भाग ले रही हैं, जिसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना और सहयोग बढ़ाना है।"
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Headlines: मथुरा के 75 वर्षीय डॉक्टर भगवान सिंह को उनकी उपलब्धियों के लिए एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करने का सम्मान प्राप्त हुआ है। डॉक्टर भगवान सिंह इससे पहले इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी अपनी जगह बना चुके हैं, जिससे उनकी विशेषताओं और योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली थी।
FAQ
इब्सामार VIII क्या है?
इब्सामार VIII एक बहुराष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास है जिसमें दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, और भारत की नौसेनाएँ भाग ले रही हैं। इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना और आपसी सहयोग बढ़ाना है।
इब्सामार VIII का आयोजन किस देश में किया जा रहा है?
इब्सामार VIII का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में किया जा रहा है, जिसमें अभ्यास का समुद्री चरण फॉल्स बे और केप वेस्ट कोस्ट में आयोजित होगा।
इब्सामार VIII का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इब्सामार VIII का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागी देशों की नौसेनाओं के बीच संचालनात्मक तैयारियों को बढ़ाना, समुद्री सुरक्षा को सुदृढ़ करना, और एक-दूसरे के साथ सहयोग को मजबूत करना है।
इब्सामार अभ्यास में किन देशों की नौसेनाएँ भाग ले रही हैं?
इब्सामार VIII में दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, और भारत की नौसेनाएँ भाग ले रही हैं। तीनों देशों की नौसेनाएँ अपने-अपने जहाज, हेलीकॉप्टर और विशेष बलों के साथ इसमें शामिल हैं।
इब्सामार VIII में कौन से प्रमुख जहाज शामिल किए गए हैं?
इब्सामार VIII में दक्षिण अफ्रीका का एसएएस अमाटोला, ब्राजील का बीएनएस डिफेंसोरा, और भारत का आईएनएस तलवार प्रमुख जहाज हैं, जो विभिन्न नौसैनिक कार्यों में भाग लेंगे।
इब्सामार VIII के दौरान किस प्रकार के अभ्यास किए जाएंगे?
इब्सामार VIII के दौरान सामरिक संचालन, खोज और बचाव कार्य, समुद्री सुरक्षा अभ्यास, और आपसी समन्वय बढ़ाने के लिए विभिन्न नौसैनिक अभ्यास किए जाएंगे।
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