ऑपरेशन नवरात्रि: यूपी में 90 दिन तक चलने वाले 9 विशेष अभियान, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष फोकस

ऑपरेशन नवरात्रि: यूपी में 90 दिन तक चलने वाले 9 विशेष अभियान, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष फोकस

यूपी में नवरात्रि से 90 दिनों तक चलने वाला 'ऑपरेशन नवरात्रि' महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए 9 मिशनों पर केंद्रित होगा। 10 -10 दिन के ऑपरेशन के तहत महिला सुरक्षा और जागरूकता के अलग-अलग घटकों पर फोकस किया जाएगा.

ऑपरेशन नवरात्रि: यूपी में 90 दिन तक चलने वाले 9 विशेष अभियान, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष फोकस

जानिए इन ऑपरेशनों के बारे में पूरी जानकारी और इसका उद्देश्य।

परिचय: ऑपरेशन नवरात्रि क्या है?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 अक्टूबर 2024 से 'ऑपरेशन नवरात्रि' की शुरुआत की है। यह 90 दिनों तक चलने वाला एक व्यापक अभियान है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

नवरात्र पर शुरू हुए मिशन शक्ति फेज-5 के तहत पुलिस समेत कई विभाग 90 दिन तक ऐसे कई ऑपरेशन चलाएंगे।

अभियान में 9 मिशन शामिल हैं, जो 10-10 दिनों की अवधि में संचालित किए जाएंगे। इसमें पुलिस और अन्य विभाग मिलकर काम करेंगे ताकि राज्य में महिला सुरक्षा को और मजबूत बनाया जा सके।

समस्या: महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और जागरूकता की चुनौतियां

नवरात्रि जैसे बड़े त्योहारों के दौरान सुरक्षा का मुद्दा हमेशा महत्वपूर्ण होता है। राज्य में बढ़ती भीड़ और गतिविधियों के कारण कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं:

1. महिलाओं के प्रति अपराध: सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़, अपहरण, और हिंसा जैसी घटनाओं में वृद्धि।

2. बच्चों की सुरक्षा: गुमशुदा बच्चों और उनके पुनर्वास में मुश्किलें। बच्चों के प्रति अपराधों में साइबर क्राइम और अवैध गतिविधियों की बढ़ोतरी।

3. अपराधियों की गतिविधियाँ: असामाजिक तत्व और नशीली दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्तियों द्वारा अपराध की घटनाएं।

आंदोलन: सुरक्षा का अभाव और समस्याएं

वर्तमान स्थिति में, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर कई समस्याएं हैं:

1. अपराध की बढ़ती घटनाएं: यूपी में महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, खासकर त्योहार के मौसम में।

2. साइबर अपराध: महिलाओं और बच्चों के प्रति ऑनलाइन उत्पीड़न और साइबर क्राइम के मामलों में तेजी आई है।

3. अवैध गतिविधियों का प्रसार: एसिड की अवैध बिक्री, अश्लील साहित्य और नशीली दवाओं का वितरण तेजी से बढ़ रहा है।

4. मानव तस्करी: गुमशुदा बच्चों और महिलाओं का कोई ठिकाना नहीं है, जिसके चलते उनके पुनर्वास में भी कठिनाई हो रही है।

समाधान: ऑपरेशन नवरात्रि के तहत 9 मिशन

समस्याओं के समाधान के लिए, 'ऑपरेशन नवरात्रि' के तहत 9 विशेष मिशन चलाए जा रहे हैं। प्रत्येक मिशन 10 दिनों का है और अलग-अलग पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है।

1. ऑपरेशन गरुड़ (पहले 10 दिन): महिलाओं और बच्चों से जुड़े साइबर क्राइम की शिकायतों और प्रार्थना पत्रों का निस्तारण।

2. ऑपरेशन शील्ड (11-20 दिन): एसिड की अवैध बिक्री और वितरण के खिलाफ कार्रवाई।

3. ऑपरेशन डेस्ट्रॉय (21-30 दिन): अश्लील सीडी, डीवीडी, किताबों और अन्य सामग्री की जांच और जब्तीकरण।

4. ऑपरेशन बचपन (31-40 दिन): गुमशुदा बच्चों की तलाश और उनके पुनर्वास के प्रयास।

5. ऑपरेशन खोज (41-50 दिन): बच्चों द्वारा संचालित आश्रय गृहों का निरीक्षण और बरामद बच्चों का पुनर्वास।

6. ऑपरेशन मजनू (51-60 दिन): स्कूलों और कॉलेजों के आसपास असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई।

7. ऑपरेशन नशा मुक्ति (61-70 दिन): नशीली दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई।

8. ऑपरेशन रक्षा (71-80 दिन): महिला अपराधियों और जेल से बाहर आए अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई।

9. ऑपरेशन ईगल (81-90 दिन): अपराधियों के खिलाफ अंतिम कार्रवाई और समीक्षा।

गरुड़ और ईगल करेंगे बच्चों और महिलाओं की हिफाजत 

महिलाओं और बालिकाओं के साथ अपराध और धोखाधड़ी करने वालों पर अब और सख्त कार्रवाई होगी। युवतियों से साइबर फ्रॉड करने वाले अपराधियों के खिलाफ पुलिस ऑपरेशन गरुड़ चलाएगी।

महिलाओं और बच्चियों के साथ वारदात करने वाले फरार बदमाशों पर सख्त कार्रवाई के लिए ऑपरेशन ईगल चलाया जाएगा।
ऑपरेशन नवरात्रि: यूपी में 90 दिन तक चलने वाले 9 विशेष अभियान, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष फोकस

अभियान की सफलता के लिए प्रशासनिक निर्देश

मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों को अभियान को सफल बनाने के लिए निर्देशित किया है। सभी जिलों को लखनऊ से ऑनलाइन लिंक के माध्यम से जोड़ा जाएगा, और हर जिले में महिला सशक्तिकरण रैली का आयोजन होगा। इसके अलावा, राजधानी लखनऊ के साथ अन्य जिलों में भी महिलाओं के लिए 'पिंक बूथ' का निर्माण किया जाएगा, ताकि उन्हें सहायता दी जा सके।

इन विभागों को भी मिली जिम्मेदारी 

जिला प्रशासन, गृह विभाग, युवा कल्याण विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्राम विकास विभाग और राजस्व विभाग 

निष्कर्ष

ऑपरेशन नवरात्रि न केवल महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा, बल्कि समाज में जागरूकता भी फैलाएगा। हर 10 दिन में बदलते मिशन से एक ठोस और व्यापक समाधान तैयार किया जा रहा है, जो उत्तर प्रदेश को एक सुरक्षित राज्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।


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FAQ 

ऑपरेशन नवरात्रि कब शुरू हुआ?

ऑपरेशन नवरात्रि 3 अक्टूबर 2024 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू किया गया।

ऑपरेशन नवरात्रि के तहत कितने मिशन हैं?

ऑपरेशन नवरात्रि के तहत 9 मिशन शामिल हैं, जो प्रत्येक 10 दिनों के लिए संचालित होंगे।

ऑपरेशन गरुड़ का उद्देश्य क्या है?

ऑपरेशन गरुड़ का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों से जुड़े साइबर क्राइम की शिकायतों का निस्तारण करना है।

ऑपरेशन शील्ड किसके खिलाफ है?

ऑपरेशन शील्ड एसिड की अवैध बिक्री और वितरण के खिलाफ चलाया जाएगा।

ऑपरेशन ईगल कब चलाया जाएगा?

ऑपरेशन नशा मुक्ति का मकसद नशीली दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करना है।

ऑपरेशन नवरात्रि के तहत कितने मिशन हैं?

ऑपरेशन ईगल 81 से 90 दिन तक चलाया जाएगा, जिसमें अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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